“विश्व पर्यावरण दिवस 2021” विश्व विख्यात पर्यावरणविद् स्वर्गीय सुंदरलाल बहुगुणा को किया समर्पित -डॉ.पी.पी.ध्यानी

“विश्व पर्यावरण दिवस 2021” विश्व विख्यात पर्यावरणविद् स्वर्गीय सुंदरलाल बहुगुणा को किया समर्पित -डॉ.पी.पी.ध्यानी
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“नो व्हीकल डे” के तहत वी.सी. समेत सभी अधिकारी कर्मचारियों ने नहीं किया वाहनों का इस्तेमाल

नई टिहरी। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के मुख्यालय, बादशाहीथौल में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कुलपति डा0 पीताम्बर प्रसाद ध्यानी के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने, कोविड-19 गाइडलाइन का पालन कर, विश्व विख्यात पर्यावरणविद् स्व0 श्री सुन्दरलाल बहुगुणा जी की स्मृति में पौधरोपण किया और रोपित पौधों की देखभाल करने का संकल्प लिया। 

इस अवसर पर सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा मुख्यालय परिसर की साफ सफाई भी की गयी। इस वर्ष आयोजित किये गये विश्व पर्यावरण दिवस को श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय द्वारा विश्व विख्यात पर्यावरणविद् स्व0 सुन्दरलाल बहुगुणा जी को समर्पित किया गया।

इस अवसर पर कुलपति डा0 ध्यानी ने सुन्दरलाल बहुगुणा जी द्वारा पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किये गये विशिष्ट योगदान की जानकारी दी। उन्होने आह्वान किया कि हम स्व0 बहुगुणा जी के जीवन और सिद्धांतों से प्रेरित होकर, आज अपने जंगलों, नदियों, वनस्पतियों और जीवों के संरक्षण और संवर्धन करने का संकल्प लें, जिन्हें पोषित करने के लिये स्व0 सुन्दरलाल बहुगुणा जी ने पूरे जीवन में प्रयास किये। 

डा0 ध्यानी ने इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की थीम इकोस्ट्रीम रेस्टोरेशन (पारिस्थितिकी तंत्र की पुनर्स्थापना) के बारे में भी सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अवगत कराया। उन्होने कहा कि आज विश्व में द्रूत गति से जमीन वंजर हो रही है, जैव विविधता में ह्रास हो रहा है, जल संसाधनों में कमी हो रही है, कृषि भूमि लगातार घट रही है, वायु प्रदूषण तीव्र गति से बढ़ रहा है, जंगलों का निरन्तर कटान हो रहा है, और साथ ही साथ मानव जनसंख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। 

कुलपति डा0 ध्यानी ने यह भी चेताया कि यदि विश्व में मानव जनसंख्या वृद्धि पर रोक नही लगी और यदि पारिस्थिति तंत्र की पुर्नस्थापना हेतु समय रहते गम्भीर प्रयास नही किये गये, तो निश्चित रूप से पृथ्वी में मानव जीवन संकट में पड़ जायेगा। इसलिये हम सभी का दायित्व है कि हम अपनी प्रकृति का संरक्षण और संवर्धन करें और अपने पारिस्थितिकी तंत्र की पुनर्स्थापना करें ताकि उसको और अधिक असंतुलित होने से बचा सकें। 

भविष्य में विश्वविद्यालय मुख्यालय में “साइकिल संस्कृति” को करेंगे प्रोत्साहित- कुलपति

विश्वविद्यालय के कुलसचिव व परीक्षा नियंत्रक डा0 एम0 एस0 रावत ने वृक्षों के महत्व और पर्यावरण सुधार में जंगलों की महत्वता से सभी प्रतिभागियों को अवगत कराया। यह भी उल्लेखनीय है कि आज श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति समेत सभी अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा “नो व्हीकल डे” के तहत विश्वविद्यालय मुख्यालय में वाहनों द्वारा आवागमन नहीं किया गया।कुलपति डा0 ध्यानी ने अवगत कराया कि भविष्य में विश्वविद्यालय नई परंपरा के तहत विश्वविद्यालय मुख्यालय में “साइकिल संस्कृति” को प्रोत्साहित करेगा। 

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय में कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक प्रो0 एम0एस0रावत, सहायक परीक्षा नियंत्रक डा0 हेमन्त बिष्ट एवं डा0 बी0एल0आर्य, सहायक कुलसचिव, हेमराज चौहान, प्र0 मान्यता एस0डी0नौटियाल, प्र0 निजी सचिव, कुलपति कुलदीप सिंह नेगी, रणजीत रावत, जसवन्त बिष्ट, रविन्द्र, तेजप्रकाश, कुलदीप सिंह, राहुल, अमित सजवाण, विनोद, जगवीर सिंह, दीपक, महेश, उपेन्द्र आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डा0 हेमन्त बिष्ट द्वारा किया गया।


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Govind Pundir

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