स्कूल में हो रहा था कुछ ऐसा, कि सीडीओ ने प्रधानाध्यापिका और रसोईया को तत्काल किया निलंबित

स्कूल में हो रहा था कुछ ऐसा, कि सीडीओ ने प्रधानाध्यापिका और रसोईया को तत्काल किया निलंबित
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यूपी। देश में कई जातिगत मामले सामने आते रहते हैं। ऐसे ही एक मामला मैनपुरी जिले के एक प्राइमरी स्कूल में बच्चों से जातिगत भेदभाव का मामला सामने आया है। स्कूल में बच्चों से जातिगत भेदभाव ऐसा हुआ कि  उन बच्चों के बर्तन अलग ही रखवाए  जा रहे थे।

जब  यह सब ग्राम प्रधान के पति ने देखा तो उन्होंने सीडीओ से ऐसे मामले में कार्यवाही करने की मांग की। सीडीओ को भी जब यह बात पता चली तो उन्होंने इस मामले में बड़ी कार्रवाई की है।

मामला मैनपुरी के विकासखंड बेवर के प्राथमिक विद्यालय दौदा पुर का है । जहां छात्रों के साथ जातिगत भेदभाव किया जा रहा था। यहां अनुसूचित जाति के बच्चों के बर्तन अलग रखे जा रहे थे। प्रधान पति की शिकायत पर सीडीओ ने स्कूल पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली और उन्होंने दोनों रसोइयों को बर्खास्त करते हुए प्रधानाध्यापिका को उनके कर्तव्य में लापरवाही पर निलंबित कर दिया है। 

उधर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रधानाध्यापिका को एमडीएम की खराब गुणवत्ता पर फटकार लगाई और कार्य में सुधार लाने के सख्त निर्देश दिए। शुक्रवार को इस मामले का वीडियो भी वायरल हुआ है। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया और शुक्रवार को सीडीओ विनोद कुमार, बीएसए कमल सिंह और परियोजना निदेशक केके सिंह प्राथमिक विद्यालय दौदापुर पहुंचे। उन्होंने मामले की जांच की। जांच के बाद शिकायत को सही पाया। 

हिम्मत देखिए कि सीडीओ के सामने ही दोनों रसोइयों ने अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं के बर्तन छूने से इनकार कर दिया। सीडीओ ने प्रधानाध्यापिका गरिमा राजपूत को निलंबित कर दिया है। वहीं रसोइया लक्ष्मीदेवी व सोनवती को सेवा से बर्खास्त कर दिया है।

सीडीओ ने प्रधान को भी नोटिस जारी किया है। प्राथमिक विद्यालय दौदापुर पहुंचे सीडीओ से ग्रामीणों और प्रधानाध्यापिका ने शिकायत की कि कायाकल्प योजना के तहत विद्यालय में काम कराया जाना है। इसकी धनराशि होने के बाद भी ग्राम प्रधान सहयोग नहीं कर रहे हैं। इस पर सीडीओ ने मौके पर ही ग्राम प्रधान मंजू देवी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। 

घटना के बाद ग्रामीणों का एक धड़ा प्रधानाध्यापिका के पक्ष में आया उन्होंने प्रधानाध्यापिका के निलंबन को गलत बताया और कहा कि प्रधानाध्यापिका गरिमा राजपूत प्रतिदिन विद्यालय पहुंचकर विधिवत शिक्षण कार्य कराती हैं। बर्तन अलग रखने के मामले में प्रधानाध्यापिका का कोई दोष नहीं है। गजेंद्र प्रताप सिंह, गजराज सिंह, प्रवीन कुमार समेत कुछ ग्रामीणों ने इसके उलट ग्राम प्रधान मंजू देवी पर आरोप लगाया कि वह बेवजह विद्यालय के लोगों को परेशान करती हैं।


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Govind Pundir

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