महिला पर हमले से पहले बाघ से भिड़ा कुत्ता
 
						दिनदहाड़े घरों के नजदीक घूम रहे हैं बाघ, वन विभाग को सक्रिय होकर लोगों की सुरक्षा करनी चाहिए: राकेश राणा
टिहरी गढ़वाल 4 जुलाई। प्रताप नगर प्रखंड के मुखमाल गांव के सोडेंच नामक तोक में एक अनोखी घटना घटी। गांव के पास 500 मीटर की दूरी पर बेसिक स्कूल और जूनियर हाई स्कूल हैं, और चारों तरफ बस्ती और खेत हैं।
तकरीबन सायं 4:00 बजे, श्रीमती सोना देवी और अन्य महिलाएं खेतों में काम कर रही थीं। तभी एक बाघ घात लगाकर बैठा था और जैसे ही वह महिला की तरफ दौड़ा, नीचे के खेत में मौजूद कुत्ते को इसका एहसास हो गया। कुत्ता तुरंत ऊपर के खेत में दौड़ा और बाघ से भिड़ गया। कुत्ते और बाघ के बीच काफी देर तक संघर्ष हुआ। श्रीमती सोना देवी ने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू किया। कुत्ता बुरी तरह घायल हो गया, लेकिन उसकी बहादुरी के कारण बाघ को उलटे पैर भागना पड़ा।
इस घटना में कुत्ते ने अपने मालिक के प्रति वफादारी का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया। बाघ ने कुत्ते की छाती पर अपने नाखूनों से 18-20 गहरे घाव कर दिए थे। समाजसेवी विजयपाल सिंह राणा ने घायल कुत्ते को पशु चिकित्सालय धोन्त्री ले जाकर उसका इलाज करवाया। फार्मासिस्ट सतीश कुमार ने कुत्ते पर 18-20 टांके लगाकर इंजेक्शन आदि लगाकर उसकी जान बचाई।
जिला कांग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष राकेश राणा ने कहा कि पहाड़ों में लगातार हो रही विभिन्न घटनाओं, जैसे दैवीय आपदा, मानव जनित आपदा, और जंगली जानवरों के आक्रमण से जन और धन की भारी हानि हो रही है। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं के कारण पहाड़ों से पलायन भी बढ़ रहा है। बाघों का गांव के नजदीक आना फसलों और मानव जीवन दोनों के लिए खतरा बन गया है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वन विभाग के कर्मचारी सक्रिय होकर लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के उपाय करें।
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