उत्तरकाशी में जिलाधिकारी ने की सीएम हेल्पलाइन शिकायतों और मुख्यमंत्री घोषणाओं की प्रगति की गहन समीक्षा

उत्तरकाशी, 6 मई 2025 । जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट की अध्यक्षता में सोमवार को आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में जिले में सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण और मुख्यमंत्री घोषणाओं के क्रियान्वयन की प्रगति की गहन समीक्षा की गई। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे लंबित मामलों का समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करें और विकास योजनाओं को निर्धारित समयसीमा में पूरा करें।
शिकायत निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश
जिलाधिकारी ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतें शासन की जनता से सीधा संवाद का माध्यम हैं, इसलिए इनका समय पर समाधान आवश्यक है। उन्होंने जल निगम, जल संस्थान, लोक निर्माण, राजस्व, स्वास्थ्य समेत अन्य विभागों के अधिकारियों को लंबित मामलों का शीघ्र समाधान करने के निर्देश दिए। साथ ही यह भी कहा कि यदि कोई मामला किसी अन्य विभाग से संबंधित हो, तो उसे तत्काल संबंधित स्तर पर स्थानांतरित किया जाए।
उन्होंने निर्देशित किया कि शिकायतकर्ताओं से पोर्टल के माध्यम से कॉल कर समाधान की जानकारी दी जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी शिकायत 36 दिनों से अधिक लंबित न रहे। सभी अधिकारियों को नियमित रूप से सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर लॉग इन कर प्रकरणों की निगरानी करने के निर्देश भी दिए गए।
मुख्यमंत्री घोषणाओं पर कार्यों की समीक्षा
बैठक के दूसरे चरण में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री द्वारा जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में की गई घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने सिंचाई, लोनिवि, स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पर्यटन और ग्राम्य विकास जैसे प्रमुख विभागों से घोषणाओं के भौतिक और वित्तीय पहलुओं की अद्यतन जानकारी ली।
उन्होंने निर्देश दिए कि अपूर्ण, गतिमान और लंबित योजनाओं को गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा किया जाए तथा लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ सुगमता से और पारदर्शिता के साथ प्रदान किया जाए। विकास कार्यों में विभागों के बीच बेहतर समन्वय और सहयोग को भी आवश्यक बताया गया।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री की घोषणाएं जिले के समग्र विकास की आधारशिला हैं, और प्रशासन इन्हें अक्षरशः लागू करने के लिए पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है। उन्होंने अधिकारियों से जनता से संवाद बनाए रखने और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता देने का आग्रह किया।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी डी.पी. बलूनी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी.एस. रावत, परियोजना निदेशक डीआरडीए अजय सिंह, अधिशासी अभियंता जल निगम मधुकांत कोटियाल, जल संस्थान एल.सी. रमोला, लोनिवि रजनीश सैनी, सिंचाई विभाग के सचिन सिंघल, प्राधिकरण के विनीत रस्तोगी, शिक्षा अधिकारी शैलेन्द्र अमोली, पर्यटन अधिकारी के.के. जोशी, पंचायती राज अधिकारी के.सी. बहुगुणा सहित अन्य विभागीय अधिकारी भी भौतिक रूप से तथा वीसी के माध्यम से उपस्थित रहे।