देवप्रयाग में विकास की नई बयार: डिजिटल होंगे स्कूल, पक्की होंगी सड़कें और बनेगा टफन ग्लास सेल्फी पॉइंट- विनोद कंडारी

टिहरी गढ़वाल। देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र में विकास की गति तेज हो रही है। विधायक विनोद कंडारी ने गढ़ निनाद को बताया कि क्षेत्र के अधिकांश स्कूलों को डिजिटल शिक्षा के दौर में लाने के लिए वाई-फाई सुविधा से जोड़ा जा रहा है। दूरसंचार विभाग द्वारा स्कूलों का चयन कर इस दिशा में तेजी से काम शुरू हो चुका है। यह कदम न केवल छात्रों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ेगा, बल्कि क्षेत्र में डिजिटल क्रांति की नींव भी रखेगा।
कोटेश्वर पुल: लगभग 11 करोड़ की महत्वाकांक्षी योजना:
विधायक कंडारी ने बताया कि देवप्रयाग और नरेंद्र नगर विधानसभा को जोड़ने के लिए कोटेश्वर (नगर) में नया मोटर पुल बनाया जाना है, इस पर लगभग 11 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है, जिसे विश्व बैंक या अन्य एजेंसियों के सहयोग से पूरा किया जाएगा। यह पुल क्षेत्र की कनेक्टिविटी को मजबूत कर स्थानीय लोगों के लिए आवागमन को और सुगम बनाएगा साथ ही इस क्षेत्र की बड़ी आबादी की जिला मुख्यालय तथा ऋषिकेश की दूरी कम हो जाएगी।
47 सड़कों का होगा कायाकल्प:
उन्होंने बताया कि देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाने का काम भी जोरों पर है, 47 सड़कों का डामरीकरण शीघ्र शुरू होने जा रहा है, जिसमें ग्वालना नगर की सड़क भी शामिल है। पीएमजीएसवाई द्वारा इसके लिए डीपीआर तैयार की जा रही है लगभग 15 डीपीआर स्वीकृत होकर आ भी गई हैं।
देवप्रयाग संगम पर बनेगा टफन ग्लास सेल्फी पॉइंट: जाम से मिलेगी मुक्ति, पर्यटन को नया आकर्षण
कंडारी ने बताया कि देवप्रयाग संगम पर पर्यटकों की भीड़ और सेल्फी लेने की होड़ से अक्सर नेशनल हाईवे पर जाम की स्थिति बन जाती है। इस समस्या से निजात पाने के लिए एक शानदार पहल शुरू की जा रही है लगभग 2 करोड़ रुपये की लागत से टफन ग्लास सेल्फी पॉइंट बनाये जाने की योजना है जिस पर कार्रवाई गतिमान है । यह सेल्फी प्वाइंट न केवल पर्यटकों के लिए सुरक्षित और आकर्षक होगा, बल्कि देवप्रयाग को एक नया पर्यटक स्थल के रूप में भी स्थापित करेगा।
आस्था पथ का निर्माण: आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा
देवप्रयाग में आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। देवप्रयाग पुल के दोनों ओर और चौरस में आस्था पथ का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। चौरस में पहले चरण का काम प्रगति पर है, जबकि दूसरे चरण के लिए जल्द ही धन आवंटन की प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है। यह आस्था पथ श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक होने के साथ-साथ क्षेत्र की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को और मजबूत करेगा।