राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय विशेष शिविर ज्योतिर्मठ में शुरू

सेवा और समर्पण की संस्कृति से ही राष्ट्र महान होते हैं: सरदार सेवा सिंह
ज्योतिर्मठ, 20 मार्च 2025 । राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ से संबद्ध राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्वयंसेवकों का सात दिवसीय विशेष शिविर आज गुरुद्वारा साहिब श्री ज्योतिर्मठ में विधिवत शुरू हुआ। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि और वक्ताओं ने राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्यों और समाज के प्रति इसके योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, गुरुद्वारा साहिब गोविंद घाट के प्रबंधक और वरिष्ठ समाजसेवी सरदार सेवा सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “सेवा और समर्पण की संस्कृति से ही राष्ट्र महान होते हैं।” उन्होंने युवा स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि उनके हाथों में भविष्य का भारत और भारत का भविष्य दोनों हैं। उन्होंने परिवार, समाज और राष्ट्र के प्रति निःस्वार्थ सेवा के महत्व पर बल दिया और सिख गुरुओं के बलिदानों का उल्लेख करते हुए युवाओं से भारतीय ज्ञान परंपरा से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।विशिष्ट अतिथि, महाविद्यालय के पी.टी.ए. अध्यक्ष और समाजसेवी कलम सिंह राणा ने कहा कि चरित्र निर्माण और अनुशासन के बल पर युवा न केवल अपनी, बल्कि देश की तकदीर भी बदल सकते हैं। कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. जी.के. सेमवाल ने स्वयंसेवकों से एनएसएस की मूल भावना “मैं नहीं बल्कि आप” को आत्मसात करने और ज्योतिर्मठ में समाज सेवा का उदाहरण प्रस्तुत करने की अपील की।इतिहासकार डॉ. रणजीत सिंह मर्तोलिया ने युवाओं को कठिन परिश्रम और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की सलाह दी, वहीं कार्यक्रम अधिकारी डॉ. धीरेन्द्र सिंह डुंगरियाल ने शिविर के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए स्वयंसेवकों से सक्रिय भागीदारी का आग्रह किया।डॉ. चरणसिंह केदारखंडी के संचालन में संपन्न इस समारोह में रणजीत सिंह राणा, पुष्कर लाल, शिव सिंह, मुकेश सिंह, नंदी, अजय सिंह, दिगंबर सिंह, अंकेश रावल, अंकित, सुधांशु सती सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। यह शिविर स्वयंसेवकों के लिए जीवन निर्माण और समाज सेवा का अनूठा अवसर प्रदान करेगा।