सीडीओ डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने विभिन्न शासकीय संस्थानों का किया निरीक्षण, व्यवस्थाओं को लेकर दिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश

टिहरी गढ़वाल, 01 मई 2025 । जनपद टिहरी गढ़वाल के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने के30 अप्रैल को विकासखंड थत्यूड़, जौनपुर और धनोल्टी क्षेत्र के विभिन्न शासकीय संस्थानों का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षणों का उद्देश्य शासकीय सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करना और संस्थानों की संचालन व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना रहा।
राजकीय महाविद्यालय थत्यूड़ में निरीक्षण
सीडीओ ने सर्वप्रथम राजकीय महाविद्यालय, थत्यूड़ का दौरा किया, जहां सभी प्राध्यापक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित पाए गए। इंटर्नल परीक्षाओं के चलते कक्षाएं स्थगित थीं। कॉलेज में वर्तमान में 484 छात्र अध्ययनरत हैं, और प्रयोगात्मक विषयों हेतु एक नवीन भवन निर्माणाधीन है। डॉ. त्रिपाठी ने नियमित कक्षाओं के संचालन पर बल देते हुए शिक्षकों को निर्देशित किया। साथ ही, उन्होंने महाविद्यालय में बनी शौर्य दीवार और शिक्षकों द्वारा तैयार की गई नर्सरी का भी निरीक्षण किया। प्राचार्य ने कॉलेज की कुछ आवश्यकताओं से भी उन्हें अवगत कराया।
विकासखंड कार्यालय जौनपुर का औचक निरीक्षण
डॉ. त्रिपाठी ने विकासखंड कार्यालय जौनपुर का भी निरीक्षण किया, जहां अधिकांश कार्मिक उपस्थित मिले। फील्ड में कार्यरत कर्मचारियों के लिए क्षेत्रीय कार्यालय के रूप में केंद्रीय स्थल चिन्हित कर कार्यालय संचालन के निर्देश दिए गए। साथ ही, सभी कर्मचारियों को समय पर कार्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कहा गया।
शैक्षिक संस्थानों में उपस्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा
राजकीय इंटर कॉलेज रौतू की बैली तथा छापराधार का निरीक्षण करते हुए उन्होंने पाया कि सभी अध्यापक उपस्थित हैं और कक्षाएं नियमित रूप से संचालित की जा रही हैं। रौतू की बैली विद्यालय में कक्षा-कक्षों और प्रयोगशाला की कमी पर उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए। वहीं छापराधार में छात्र संख्या कम होने पर संबंधित अध्यापकों को अभिभावकों के साथ समन्वय स्थापित कर नामांकन बढ़ाने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण
चोपड़ियाल गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निरीक्षण करते हुए डॉ. त्रिपाठी ने चिकित्सा सेवाओं की सराहना की। डॉक्टर, फार्मासिस्ट और अन्य कर्मी उपस्थित मिले। यहां मासिक औसतन 65-70 ओपीडी की जाती है, और दवाओं की उपलब्धता तथा वितरण व्यवस्था संतोषजनक पाई गई।
राजकीय उद्यान मगरा और अमृत सरोवर का भी लिया जायजा
धनोल्टी क्षेत्र स्थित मगरा नर्सरी एवं प्रदर्शन प्रक्षेत्र में निरीक्षण के दौरान उन्होंने देखा कि 44 हेक्टेयर भूमि में से लगभग 7-8 हेक्टेयर में हेजल नेट के अंतर्गत कीवी, अखरोट, सेब, पुलम, आडू, खुमानी और चेरी जैसे फलों के पौधों का उत्पादन किया जा रहा है। डॉ. त्रिपाठी ने बंजर भूमि को भी विकसित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने ग्राम पंचायत पापना (विकासखंड थत्यूड़) में स्थित अमृत सरोवर का भी निरीक्षण कर जल संरक्षण की दिशा में उठाए गए प्रयासों की सराहना की।