रिवर राफ्टिंग का अनुभव चारधाम यात्रियों के लिए बन रहा यादगार

चारधाम यात्रा से लौट रहे यात्री एवं पर्यटक दे रहे हैं पर्यावरण स्वच्छता का संदेश
टिहरी गढ़वाल। जनपद टिहरी गढ़वाल क्षेत्रान्तर्गत शिवपुरी, बयासी और कोडियाला राफ्टिंग स्थलों में बढ़ती गर्मी के बीच चारधाम यात्रा से लौट रहे यात्री गंगा नदी में रिवर राफ्टिंग का अनुभव लेकर अपनी यात्रा को यादगार बना रहे है। उक्त स्थलों पर स्थानीय लोगों के साथ ही यात्री एवं अन्य राज्यों के पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंचकर रिवर राफ्टिंग का खूब आनंद ले रहे हैं। बदरीनाथ हाईवे में जगह-जगह खोले गए रिवर राफ्टिंग सेंटर और गंगा किनारे नाइट कैंपिंग के लिए भी अपनी बुकिंग करवा रहे हैं। इससे रिवर राफ्टिंग संचालकों और स्थानीय व्यापारियों के चेहरे खिले हुए हैं।
जगह-जगह पर्यटकों के लिए चेकिंग पोस्ट बनाए गए हैं। चैक पोस्ट में तैनात पीआरडी जवान अर्जुन भंडारी ने बताया कि यात्री रिवर राफ्टिंग के दौरान साहसिक गतिविधियों का आनन्द लेने के साथ ही स्थानीय संस्कृति, शांत वातावरण और गंगा नदी के किनारे बसे धार्मिक स्थलों में समय व्यतीत कर रहे हैं। यात्री यहां बिताये गये सुन्दर पलों को फोटो/वीडियों के रूप में कैद कर यादगार के तौर पर अपने साथ लेकर जा रहे हैं। चारधाम यात्रा से लौट रहे यात्री एवं रिवर राफ्टिंग करते पर्यटक अन्य यात्रियों को पर्यावरण को स्वच्छ रखने का संदेश भी दे रहे हैं।
गुजरात से अपने ग्रुप के साथ पहुंचे अभिनंदन ने बताया कि हमारा ग्रुप चारधाम यात्रा पूरी कर वापस लौटा है। उनके समूह के सदस्य घर वापसी से पहले शिवपुरी में रिवर राफ्टिंग का आनंद ले रहे हैं। राफ्टिंग करके उन्हें काफी अच्छा लग रहा है। राफ्टिंग के दौरान जगह-जगह रैपिड वेव काफी खतरनाक लग रही थी, लेकिन फिर भी उन्होंने यहां खूब आनन्द किया। उन्होंने चारधाम यात्रियों और पर्यटकों से अनुरोध किया कि जब भी रिवर राफ्टिंग के लिए यहां आए तो पर्यावरण को स्वच्छ व साफ बनाये रखने में अपनी सहभागिता जरूर निभाएं, ताकि माँ गंगा की पवित्रता एवं सुंदरता बनी रहे।
गंगा नदी राफ्टिंग प्रबंधन समिति के सचिव जसपाल चौहान ने बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान कई यात्री और पर्यटक रोजाना राफ्टिंग का लुत्फ उठा रहे हैं। शनिवार और रविवार को क्षेत्र में पर्यटकों का अधिक दवाब को देखते हुए सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाता है। उनकी टीम द्वारा वीकेंड में जगह-जगह राफ्टिंग काउंटरों की चेकिंग तथा सुरक्षा उपकरण जैसे लाइफ जैकेट, सेफ्टी राफ्ट की चेकिंग की जाती है। इन सभी चेकिंग के बाद ही पर्यटकों को प्रशिक्षित गाइड्स और जरूरी उपकरणों के साथ राफ्ट उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने बताया कि 350 से 400 राफ्ट वीकेंड में राफ्टिंग के लिए उतर रही है। एक राफ़्त में आठ लोग राफ्टिंग करते हैं। ऐसे में प्रतिदिन लगभग 3000 से 3500 लोग राफ्टिंग का लुफ्त उठा रहे है।