जिला गंगा समिति की बैठक सम्पन्न: गंगा स्वच्छता और STP संचालन पर हुए महत्वपूर्ण निर्णय

टिहरी गढ़वाल 02 जून 2025 ।
जिला गंगा समिति की बैठक सोमवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में संचालित परियोजनाओं की समीक्षा की गई तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में तपोवन स्थित 3.5 एमएलडी एसटीपी, वालवाला चंदेश्वर नगर के 7.5 एमएलडी एसटीपी, गंगा वाटिका पार्क मुनिकीरेती, तथा विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रस्तावित आईईसी गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा की गई।
गंगा वाटिका पार्क निर्माण कार्य को एक सप्ताह में पूरा करने के निर्देश
जिलाधिकारी ने मुनिकीरेती क्षेत्र में गंगा वाटिका पार्क के निर्माण एवं रख-रखाव को लेकर नाराज़गी जताई। एनएमसीजी एवं एसएमसीजी की निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर नगरपालिका परिषद मुनिकीरेती के अधिशासी अधिकारी को निर्देश दिए गए कि वे एक सप्ताह के भीतर संबंधित ठेकेदार से कार्य पूर्ण कराएं तथा कार्य की समापन रिपोर्ट और फोटोग्राफ्स प्रस्तुत करें।
एसटीपी संचालन में पारदर्शिता की हिदायत
तपोवन के 3.5 एमएलडी एसटीपी के संचालन में पूर्व में पाई गई अनियमितताओं को लेकर जल संस्थान ऋषिकेश द्वारा बताया गया कि वर्तमान में संचालन सुचारु है। इस पर जिलाधिकारी ने समिति को प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने तथा पोर्टल पर अद्यतन जानकारी दर्ज करने के निर्देश दिए।
अन्य एसटीपी संचालन पर भी हुई समीक्षा
वालवाला चंदेश्वर नगर के 7.5 एमएलडी एसटीपी का संचालन पेयजल निगम ऋषिकेश द्वारा किया जा रहा है। बैठक में इसके संचालन में आ रही समस्याओं पर चर्चा हुई और एसडीएम नरेंद्रनगर को इस संबंध में फॉलोअप करने को कहा गया। इसके अतिरिक्त, भागीरथीपुरम में सक्रिय 5 एमएलडी एसटीपी के ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम तथा देवप्रयाग व मुनिकीरेती के एसटीपी की भी समीक्षा की गई।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी वरुणा अग्रवाल, डीएफओ टिहरी पुनीत तोमर, राज्य स्वच्छ गंगा मिशन के नोडल अधिकारी रोहित जयाड़ा, अधिशासी अभियंता अनूप डियूंडी (सिंचाई विभाग), नरेश पाल (जल संस्थान, देवप्रयाग), डीपीओ जिला गंगा समिति अरुण उनियाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी भौतिक एवं वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे।
बैठक में गंगा संरक्षण, स्वच्छता, एवं जनजागरूकता से जुड़े मुद्दों पर समग्र दृष्टिकोण अपनाते हुए निर्णय लिए गए, जिससे जिले में गंगा की निर्मलता एवं अविरलता सुनिश्चित की जा सके।