नई दिल्ली में महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित, उत्तराखंड से चार ज़िला अध्यक्षों ने लिया भाग

नई दिल्ली, 4 जून। मंगलवार को अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष नेतृत्व सृजन कार्यशाला का आयोजन आज नई दिल्ली स्थित इंदिरा भवन, कांग्रेस मुख्यालय (9A कोटला मार्ग) में किया गया। इस कार्यशाला का नेतृत्व महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने किया, जिसमें देशभर के 36 राज्यों के आठ संगठनात्मक जिलों से चयनित 800 जिला अध्यक्षों में से विशेष रूप से आमंत्रित 50 जिला अध्यक्षों की टीम ने हिस्सा लिया।

उत्तराखंड से इस कार्यशाला में चार ज़िला अध्यक्षों ने प्रतिनिधित्व किया — आशा रावत (टिहरी गढ़वाल), उषा रावत (चमोली), नंदा बिष्ट (डीडीहाट) और खष्टी बिष्ट (नैनीताल)।
कार्यशाला के दो सत्रों में विचार-विमर्श किया गया। पहले सत्र की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसे पवन खेड़ा, अलका लांबा और उत्तराखंड महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान संगठन की मजबूती और महिला नेतृत्व की भूमिका पर विचार साझा किए गए।
प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई को संगठित रूप से आगे बढ़ाने पर जोर दिया और कहा कि “जब महिलाएं संगठित होती हैं, तो संगठन भी मजबूत होता है।”
दोपहर के सत्र में सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता अवनी वंसल ने कानून और संविधान के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। इसके साथ ही सोशल मीडिया की भूमिका और अन्य समकालीन विषयों पर विशेषज्ञों ने जानकारी दी। कार्यशाला में उपस्थित सदस्यों को अपने प्रश्न रखने का अवसर मिला और संतोषजनक उत्तर प्राप्त हुए।
उत्तराखंड से शामिल सभी जिला अध्यक्षों ने कार्यशाला को अत्यंत ज्ञानवर्धक, प्रेरणादायक और संगठनात्मक दृष्टि से लाभकारी बताया।
कार्यशाला में भाग लेने के लिए सभी प्रतिभागियों ने प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती ज्योति रौतेला का आभार व्यक्त किया।