ईद-उल-अजहा का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, मुल्क की तरक्की के लिए की गई दुआ

टिहरी गढ़वाल 07 जून 2025 । चांद की 10 तारीख को ईद-उल-अजहा का त्योहार बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। सुबह 8:30 बजे बौराड़ी ईदगाह में मौलाना मोहम्मद असजद शमसी ने ईद की नमाज अदा करवाई।
इस अवसर पर मौलाना ने हजरत इब्राहिम की कुर्बानी की कहानी सुनाई, जिसमें उन्होंने अल्लाह के हुक्म पर अपने बेटे हजरत इस्माइल को कुर्बान करने का फैसला लिया था। अल्लाह ने उनकी वफादारी के इम्तिहान में इस्माइल की जगह बकरे की कुर्बानी स्वीकार की, जिससे जानवरों की कुर्बानी की परंपरा शुरू हुई। नमाज के बाद मौलाना ने मुल्क की तरक्की, अमन-चैन और बीमारियों से हिफाजत की दुआ की। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव मुशर्रफ अली ने कहा कि ईद-उल-अजहा सुन्नते इब्राहिम की पैरवी और भाईचारे का त्योहार है, जो आपसी प्यार बढ़ाने और नफरत मिटाने का संदेश देता है। उन्होंने जिला और पुलिस प्रशासन के बेहतर इंतजामों की सराहना की।
ईदगाह में जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल शफीक, सचिव मोहम्मद परवेज, आबिद बेग, फिरोज खान, नईम अहमद, रोशन बेग, हाजी महमूद हसन, शकील अहमद, अब्दुल इरशाद, अब्दुल सलाम, मुश्ताक बेग, फरीद खान, असद आलम, सरताज अली, साजिद रहमान सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे। पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे।