श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय ने घोषित किए व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के परीक्षा परिणाम

टिहरी गढ़वाल, 26 जून 2025 । श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय ने अपने विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के सम सेमेस्टर परीक्षा परिणामों की घोषणा कर दी है। 25 जून 2025 को विश्वविद्यालय द्वारा एम.लिब., बी.लिब., डिप्लोमा इन सिनेमेटोग्राफी, डिप्लोमा इन फिल्म एडिटिंग, डिप्लोमा इन फिल्म प्रोडक्शन, डिप्लोमा इन टूरिज्म, और डिप्लोमा इन जर्नलिज्म सहित कई अन्य पाठ्यक्रमों के परिणाम जारी किए गए। ये परीक्षाएं 13 मई से 10 जून 2025 तक गढ़वाल मंडल के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर सफलतापूर्वक आयोजित की गई थीं।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन.के. जोशी ने बताया कि उत्तराखण्ड शासन के शैक्षिक कैलेंडर के अनुसार सभी परीक्षाएं समयबद्ध रूप से संपन्न कराई गईं। मूल्यांकन प्रक्रिया को रिकॉर्ड समय में शुरू कर निर्धारित समय पर पूरा किया जा रहा है। प्रो. जोशी ने कहा, “30 जून तक सभी अंतिम वर्ष के पाठ्यक्रमों के परिणाम घोषित करने और 10 जुलाई 2025 तक सभी परीक्षा परिणामों को सार्वजनिक करने के निर्देश दिए गए हैं।” उन्होंने गर्व के साथ कहा कि श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय, प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय है, जो शैक्षिक कैलेंडर का पालन करते हुए परीक्षाओं और परिणामों को समय पर घोषित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
छात्रों के भविष्य पर विशेष ध्यान
विश्वविद्यालय में 65 से अधिक व्यावसायिक और 25 से अधिक आधारभूत पाठ्यक्रम विभिन्न राजकीय, अशासकीय महाविद्यालयों और स्ववित्त पोषित संस्थानों में संचालित हो रहे हैं। छात्र संख्या और सम्बद्ध संस्थानों की दृष्टि से यह उत्तराखण्ड का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है। यहां पारंपरिक पाठ्यक्रमों के साथ-साथ रोजगारपरक पाठ्यक्रम भी उपलब्ध हैं, जो छात्रों को बेहतर भविष्य प्रदान करने में सहायक हैं। विश्वविद्यालय में उत्तराखण्ड के अलावा देश के विभिन्न राज्यों और नेपाल, भूटान जैसे पड़ोसी देशों के छात्र भी अध्ययनरत हैं।
छात्र हितों के लिए तत्पर
सहायक परीक्षा नियंत्रक डॉ. हेमन्त बिष्ट ने बताया कि विश्वविद्यालय शैक्षिक कैलेंडर का कड़ाई से पालन कर रहा है और छात्रों की हर समस्या का त्वरित समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हम छात्रों के लिए सेवा प्रदाता की तरह कार्य कर रहे हैं। उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है।” परिणामों को समय पर घोषित करने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि छात्रों को अगली कक्षाओं में प्रवेश लेने में कोई असुविधा न हो।
सम्बद्धता और अनुमोदन पर सख्ती
डॉ. बिष्ट ने बताया कि जिन संस्थानों ने अभी तक सम्बद्धता के लिए निरीक्षण या फैकल्टी अनुमोदन नहीं करवाया है, उनके परिणाम रोक दिए गए हैं। यह कदम विश्वविद्यालय की गुणवत्ता और पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि ने न केवल शैक्षिक उत्कृष्टता को बढ़ावा दिया है, बल्कि छात्रों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाया है।