रिलायंस इंडस्ट्रीज: वित्तवर्ष 2026 की दमदार शुरुआत, समावेशी विकास और नवाचार के साथ भारत को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का संकल्प

नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वित्तवर्ष 2026 की पहली तिमाही में शानदार सर्वांगीण परिचालन और मजबूत वित्तीय प्रदर्शन के साथ शुरुआत की है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के बावजूद, हमारा कंसोलिडेटेड EBITDA पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर रहा।
ऊर्जा व्यवसाय: O2C (ऑयल टू केमिकल्स) व्यवसाय ने मजबूत वृद्धि दर्ज की, जिसमें घरेलू मांग की पूर्ति और जियो-बीपी नेटवर्क के माध्यम से बेहतर समाधान प्रदान करने पर ध्यान रहा। ईंधन और डाउनस्ट्रीम उत्पादों के मार्जिन में सुधार ने प्रदर्शन को बल दिया। हालांकि, KGD6 गैस उत्पादन में स्वाभाविक कमी के कारण तेल और गैस सेगमेंट का EBITDA मामूली रूप से कम हुआ।
रिटेल व्यवसाय: रिलायंस रिटेल का ग्राहक आधार 35.8 करोड़ तक पहुंच गया है, और स्टोर परिचालन मानकों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। हम भारतीय उपभोक्ताओं की जरूरतों के अनुरूप अपने FMCG पोर्टफोलियो को मजबूत कर रहे हैं। मल्टी-चैनल रणनीति के जरिए हम ग्राहकों की दैनिक और विशिष्ट जरूरतों को पूरा करने की क्षमता को लगातार बढ़ा रहे हैं।
डिजिटल सेवाएँ: जियो ने इस तिमाही में कई उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। 20 करोड़ 5G ग्राहकों और 2 करोड़ घरों को जोड़ने के साथ, जियो ने अपनी नेतृत्व स्थिति को और मजबूत किया है। जियो एयरफाइबर 74 लाख ग्राहकों के साथ दुनिया का सबसे बड़ा FWA (फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस) सर्विस प्रोवाइडर बन गया है। मोबिलिटी, ब्रॉडबैंड, एंटरप्राइज़ कनेक्टिविटी, क्लाउड और स्मार्ट होम सॉल्यूशंस के माध्यम से जियो भारत के लिए एक विश्वसनीय टेक्नोलॉजी पार्टनर के रूप में उभरा है।
मीडिया व्यवसाय: रिलायंस का मीडिया व्यवसाय अंतरराष्ट्रीय मनोरंजन, खेल और समाचार कंटेंट के लिए एक प्रमुख मंच बन गया है। हम भारतीय दर्शकों की प्राथमिकताओं के अनुरूप कंटेंट को और बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
रिलायंस समावेशी विकास, तकनीकी नवाचार और ऊर्जा परिवर्तन के जरिए भारत की प्रगति में योगदान देने के लिए कटिबद्ध है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि रिलायंस अपने हर 4-5 साल में दोगुना होने के शानदार रिकॉर्ड को कायम रखेगा।