श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय में 16वीं शैक्षिक परिषद की बैठक सम्पन्न

पीएच.डी. अध्यादेश, एनईपी पाठ्यक्रम, संस्थान विकास योजना सहित अनेक महत्त्वपूर्ण प्रस्तावों को मिली मंजूरी
टिहरी गढ़वाल, 19 जुलाई 2025 । श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय की 16वीं शैक्षिक परिषद की बैठक आज कुलपति प्रोफेसर एन. के. जोशी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में विश्वविद्यालय के आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 से जुड़े अनेक महत्त्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा कर उन्हें अनुमोदन प्रदान किया गया।
बैठक में सर्वप्रथम परीक्षा समिति की 17 जुलाई 2025 को सम्पन्न नवीं बैठक एवं विश्वविद्यालय की रिसर्च एडवाइजरी कमेटी (RAC) की 14 जुलाई 2025 को सम्पन्न बैठक के कार्यवृत्त का अनुमोदन किया गया। इसके साथ ही पीएच.डी. अध्यादेश-2025 को भी शैक्षिक परिषद की स्वीकृति प्राप्त हुई। इसमें शोध कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु सत्र 2025-26 से पीएच.डी. शोधार्थियों के लिए संशोधित दिशा-निर्देश लागू किए जाएंगे।
परिषद ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) के अंतर्गत कला, विज्ञान और वाणिज्य संकायों के नये स्नातक पाठ्यक्रमों को अनुमोदित किया। ये पाठ्यक्रम सत्र 2025-26 से स्नातक प्रथम वर्ष में लागू होंगे। पाठ्यक्रमों को विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी प्रकाशित किया जा चुका है, ताकि छात्र समय पर जानकारी प्राप्त कर सकें।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि इंटरमीडिएट के बाद गैप वर्ष लेने वाले छात्र कुछ शर्तों के आधार पर स्नातक प्रथम वर्ष में मेरिट के आधार पर प्रवेश ले सकेंगे, बशर्ते वे शपथपत्र प्रस्तुत करें कि इस अवधि में उन्होंने कोई अन्य स्नातक पाठ्यक्रम पूर्ण नहीं किया है।
गणतंत्र दिवस परेड अथवा राज्य/राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने के कारण विषम सेमेस्टर की परीक्षा से वंचित रहे छात्रों के लिए शीघ्र ही विशेष परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिससे उनका शैक्षणिक सत्र प्रभावित न हो।
बैठक में विश्वविद्यालय द्वारा संचालित बीसीए पाठ्यक्रम एवं नवीन BCA (Artificial Intelligence & Machine Learning) पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु पात्रता मानकों को भी अनुमोदन प्रदान किया गया। ये मानक विश्वविद्यालय के अध्यादेशों के अनुरूप होंगे।
कुलपति प्रो. जोशी ने संस्थान विकास योजना (Institutional Development Program) की रूपरेखा परिषद के समक्ष प्रस्तुत की। इसमें भविष्य की शैक्षणिक, भौतिक एवं तकनीकी विकास योजनाओं की जानकारी दी गई।
अंत में वर्ष 2025-26 के लिए वार्षिक शैक्षिक कैलेंडर को भी परिषद की स्वीकृति प्रदान की गई, जिससे आगामी सत्र की शैक्षणिक गतिविधियाँ समयबद्ध रूप से सम्पन्न हो सकें।
बैठक का संचालन कुलसचिव श्री दिनेश चंद्रा ने किया। इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक प्रो. सी.एस. नेगी, मुख्य वित्त अधिकारी श्री मनोज पांडे, सहायक कुलसचिव (प्रशासन) श्री विजय सिंह, ऋषिकेश परिसर के निदेशक, तीनों संकायों के डीन, विभिन्न विभागाध्यक्ष एवं शैक्षिक परिषद के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।