डोबरा-चांठी पुल का श्रेय माननीय सुप्रीम कोर्ट को : याचिकाकर्ता

डोबरा-चांठी पुल का श्रेय माननीय सुप्रीम कोर्ट को : याचिकाकर्ता
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गढ़ निनाद समाचार* 8 अक्टूबर 2020

नई टिहरी। टिहरी गढ़वाल के प्रसिद्ध ढोल वादक *शिवजनी* जी और उनकी टीम के साथ याचिकर्ता *शान्ति प्रसाद भट्ट* और *महिपाल नेगी* ने *ढोल से धुंयाल* बजाकर मिष्टान वितरित किया।

आज डोबरा-चांठी पुल के उद्घाटन अवसर पर सभी याचिकाकर्ताओं (किशोर उपाध्याय, जोत सिंह बिष्ट, शान्ति प्रसाद भट्ट, महिपाल नेगी, दर्शनी रावत) ने टिहरी, प्रतापनगर, उत्तरकाशी की महान जनता को शुभकामनाएं दी हैं।

इस पुल के उद्घाटन में भाजपा नेतृत्व की सरकार ने अनावश्यक ही देरी की है और उद्घाटन समारोह को फीका किया है। हमें उम्मीद थी कि इस महत्वकांक्षी पुल का उदघाटन देश के *माननीय प्रधानमंत्री* जी करते तो इस सम्पूर्ण भूभाग का भी गौरव बढ़ता। वह कुछ महत्वपूर्ण सौगातें टिहरी जिले को देते, किन्तु हमें निराशा हुई कि अमर शहीद श्रीदेव सुमन जी, वीर गब्बर सिंह जी, कफ्फु चौहान जी, गंगू रमोला जी, माधो सिंह भंडारी जी, इंद्रमणि बडोनी जी की इस महान थाती पर जहाँ दुनियाभर से लोग माँ गँगा, यमुना और भगवान सेम नागराज के दर्शन हेतु आते हैं और भगवान सेम मुखेम की पवित्र यात्रा करते है। वहाँ के लोगों के साथ भाजपा ने छलावा किया है।

जैसा सभी को ज्ञात है कि डोबरा-चांठी पुल सहित चिन्यालीसौड़ पुल, घोंटी पुल, स्यासु पुल, रोप-वे, फेरीबोट्स, सड़को, पंपिंग योजनाओं ग्रामीण व्यापारियों के प्रतिकर भुगतान आदि के लिए हम याचिका कर्ताओं की याचिका पर ही देश की सर्वोच्च अदालत माननीय सुप्रीम कोर्ट ने समय-समय पर कुल 51 आदेश पारित कर इन्हें स्वीकृत करने के आदेश दिए थे, और 14 वर्षो तक इन्हें मॉनिटर भी किया था।

इसलिए डोबरा-चांठी पुल सहित इन सभी जनहित के कार्यो का पहला श्रेय माननीय सुप्रीम कोर्ट को जाता है, उसके बाद सरकारों और उनके जन-प्रतिनिधियों को, हम उन सभी इंजीनियरिंग टीम को कुशल श्रमिकों को बधाई देते है, जिनकी अथक मेहनत से ये पुल निर्मित हुए है, आज हम उन्हें भी श्रध्दा सुमन अर्पित् करते हैं जिन्होंने निर्माण के दौरान अपने प्राणों की आहुतियां दी थी।

इस शुभ अवसर पर हम सरकार से आग्रह करते है कि निम्नांकित कार्य किये जायें…

1: टिहरी बांध के ऊपर से आवागमन चौबीसों घण्टे खुला रखा जाय।

2: टिहरी बांध से प्रभावित ग्रामों जैसे रोलाकोट, तल्ला उप्पू, नंदगाँव, भटकण्डा, पिपोला(उठड) आदि (कुछ ग्रामों के आदेश मा० सुप्रीम कोर्ट ने किए है, किन्तु आदेश का पालन नही हुआ है)

3: टिहरी उत्तरकाशी को जोड़ने वाले बल्डोगी पुल को स्वीकृत किया जाय।

4: जाखणीधार, चम्बा, भिलंगना ब्लॉकों को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल किया जाय।

*शान्ति प्रसाद भट्ट*

टिहरी बांध प्रभावितों/विस्थापितों के लिए मा० उच्च न्यायालय एवं मा० सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता और याचिकाकर्ता


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Govind Pundir

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