“तोपवाल गढ़” का सौंदर्यीकरण कर पर्यटन स्थल के रूप में करेंगे विकसित- सीमा कृशाली

“तोपवाल गढ़” का सौंदर्यीकरण कर पर्यटन स्थल के रूप में करेंगे विकसित- सीमा कृशाली
Please click to share News

नई टिहरी, 5 मई 2021।गनिस। नयी टिहरी के बौराड़ी स्थित “तोपवाल गढ़” के दिन अब एक बार फिर से बहुरने लगेंगे। तोपवाल गढ़ को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। आज यहां पालिका परिषद की ओर से सौंदर्यीकरण का कार्य पूजा अर्चना के साथ ही शुरू किया गया है। यह गढ़ तोपवाल बंधुओं की ऐतिहासिक धरोहर होने के साथ साथ प्राकृतिक रूप से समृद्ध भी है। नई टिहरी को पर्यटन केंद्र बनाने की दिशा में तोपवाल गढ़ का सौंदर्यीकरण एवं विकास महत्वपूर्ण साबित होगा। 

आज बुधवार को पालिकाध्यक्ष सीमा कृशाली, कांग्रेस नेता आकाश कृशाली, पालिका सभासद सतीश चमोली, प्रेम सिंह तोपवाल, पुरुषोत्तम पंत की उपस्थिति में तोपवाल गढ़ में पूजा अर्चना की गई। पालिकाध्यक्ष ने कहा कि इस स्थान पर 100 फुट ऊंचा झंडा स्थापित किया जाएगा जो एक आकर्षण का केंद्र होगा।

पालिकाध्यक्ष सीमा कृशाली एवं कांग्रेस नेता आकाश कृशाली ने कहा कि इस स्थान का सौंदर्यीकरण कर जहां इसे पर्यटन स्थल के रूप में भी तैयार किया जाएगा वहीं दशकों से उपेक्षित पड़े इस ऐतिहासिक गढ़ को टिहरी की पहचान बनाने का प्रयास किया जाएगा।

इस मौके पर सभासद सतीश चमोली, प्रेम सिंह तोपवाल, पुरुषोत्तम पंत आदि मौजूद रहे।

गढ़ के बारे में संक्षिप्त जानकारी

चमोली में चांदपुर गढ़ी के पास आदिबदरी मार्ग पर उज्जवलपुर व भटोली  के बीच में ठीक ऊपर चढ़ाई में तोप गढ़ है। ऐसा बताया जाता है कि प्राचीन काल में यहां आयुध निर्माण होता था। जिसमें बंदूक, तोप, ढाली जाती थी और   लोहे व तांबे के गोले बनाए जाते थे। अब इस तोप गढ़ में कोई नहीं रहता, शायद खंडहर भी नहीं बचा है। यहां तोपवाल जाति के लोगों का मूल स्थान माना जाता है, यहां से हटने के बाद तोपवाल जाति  के लोग बधाण में सुकतोली, खलोरा, कनखुल, धारकोट, कुरुड़ आदि गांव में बस गये। 

बताते हैं चांदपुर गढ़ी से राजा अजयपाल के देवलगढ़ व श्रीनगर बसने के बाद राजा सुदर्शन शाह ने टिहरी राजधानी बनाई। 

तोपवाल जाति के लोगों को टिहरी से तीन मील ऊपर बौराड़ी गांव में बसाया गया । टिहरी झील बनने के बाद जब यहां पुरानी टिहरी शहर के लोगों को बसाया गया तो यहां के मूल लोगों को अन्यत्र बसाया गया। तब से यह गढ़ खण्डर पड़ा है।

वर्तमान नई टिहरी का घंटाघर, जिला पंचायत कार्यालय, नगर पालिका परिषद का कार्यालय, सुमन लाइब्रेरी,जिला अस्पताल, राजमाता कॉलेज व मुख्य बाजार,आवासीय भवन आदि इसी बौराड़ी गांव में हैं।


Please click to share News

Govind Pundir

Related News Stories