श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय ने आहूत की आपातकालीन परीक्षा समिति की 7वीं बैठक, लिये महत्वपूर्ण निर्णय

श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय ने आहूत की आपातकालीन परीक्षा समिति की 7वीं बैठक, लिये महत्वपूर्ण निर्णय
Please click to share News

छात्र हित सर्वोपरि- कुलपति

टिहरी गढ़वाल 26 अगस्त। श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय इतिहास में व्यापक छात्र हित को देखते हुए पहली बार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन0के0 जोशी ने आपातकालीन परीक्षा समिति की सप्तम् बैठक वर्चुअल माध्यम से आहूत की। सर्वप्रथम प्रो0 एन0के0 जोशी कुलपति/अध्यक्ष (परीक्षा समिति) द्वारा सभी सम्मानित परीक्षा समिति के मा0 सदस्यों का स्वागत एवं अभिनन्दन किया गया। तदोपरान्त् प्रो0 (डाॅ0) वी0पी0 श्रीवास्तव, सचिव, परीक्षा समिति एवं परीक्षा नियंत्रक द्वारा समस्त सम्मानित मा0 सदस्यों के समक्ष एजेण्डा प्रस्तुत किया। एजेण्डा में छठवीं परीक्षा समिति की बैठक की अनुपालन आख्या सदन के सम्मुख अवलोकनार्थ प्रस्तुत किया गया। कार्यवृत्त अनुपालन आख्या का माननीय सदस्यों द्वारा अनुमोदन किया गया।
प्रो0 एन0के0 जोशी द्वारा सभी सम्मानित परीक्षा समिति के सदस्यों के सम्मुख वर्तमान में छात्रों को आ रही समस्याओं से अवगत कराया गया। प्रो0 जोशी ने बताया कि विश्वविद्यालय में उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन पर कुछ छात्र संगठनों द्वारा विश्वविद्यालय को ज्ञापन प्रस्तुत किये हैं ज्ञापन द्वारा उल्लेखित किया गया है कि विश्वविद्यालय में अध्यनरत छात्र-छात्राओं की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्याकंन संतोषजनक नही है व अधिकतर छात्र-छात्राएं अनुतीर्ण दर्शाये गये हैं। जबकि विश्वविद्यालय में पूर्नमूल्यांकन का कोई प्रावधान नही है।
ऐसी स्थिति को देखते हुए प्रो0 जोशी ने व्यापक छात्र हित व विश्वविद्यालय में प्रथम बार पुर्नमूल्यांकन का निर्णय लिया पुर्नमूल्यांकन हेतु प्रस्तुत प्रस्ताव का समिति के सदस्यों द्वारा हर्ष ध्वनि से पारित किया गया। यह पुर्नमूल्यांकन सशुल्क होगा तथा इसके सम्बन्ध में कुछ विशिष्ट नियमों के अन्तर्गत करवायी जायेगी।
मूल्यांकन में लापरवाही बरतने पर मूल परीक्षक के विरूद्व अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की जायगी।
विश्वविद्यालय परीक्षा समिति द्वारा सत्र 2022-23 एवं आगामी अग्रेत्तर परीक्षाओं के स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर अन्तिम दो सेमेस्टरों में ऐसे छात्र-छात्राएं जिनका बैक हो उनके लिए विशेष बैक परीक्षाओं का आयोजन कराया जाएगा। शर्त यह है कि उन छात्र-छात्राओं का प्रथम से लेकर चतुर्थ (त्रिवर्षीय पाठ्यक्रम) एवं जहाॅ अष्ठम सेमेस्टर अन्तिम सेमेस्टर होता है वहां छठवें सेमेस्टर तक किसी प्रकार का कोई बैक लाॅग प्रश्नपत्रों में नही होना चाहिए।

वहीं स्नातकोत्तर स्तर पर जिन छात्र-छात्राओं का द्वितीय सेमेस्टर तक कोई बैक लाॅग न हो ऐसे छात्र-छात्राएं अन्तिम 02 सेमेस्टरों (तृतीय एवं चतुर्थ) में यदि बैक आता है, तो ऐसे छात्र-छात्राएं भी विशेष बैक परीक्षा हेतु अर्ह होगें।
साथ ही आधारभूत एवं व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के अंतर्गत स्नातकोत्तर सत्र 2018-20, 2019-21 तथा 2020-22 के ऐसे छात्र-छात्राएं जो अंक सुधार परीक्षा, प्रयोगात्मक परीक्षा व आन्तरिक परीक्षा देने से वंचित रह गये हैं को भी अन्तिम अवसर निर्धारित शुल्क के साथ दिया जाएगा।
छठवीं परीक्षा समिति की बैठक में स्नातक स्तर (आधारभूत सेमेस्टर सिस्टम) में छात्र-छात्राओं को आन्तरिक, बैक एवं प्रयोगात्मक परीक्षाओं हेतु जो सुविधा अनुमन्य की गयी थी वही सुविधा सत्र 2019-22 के छात्र-छात्राओं को भी प्रदान की जाएगी।

परीक्षा समिति के सभी माननीय सदस्यों को हार्दिक धन्यवाद देते हुए माननीय कुलपति प्रो0 एन0के0 जोशी द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया कि परीक्षा समिति के सभी विद्धान सदस्य छात्र हितों का सदैव ध्यान रखते हैं एवं अल्प अवधि की सूचना पर भी अपना अमूल्य समय एवं मत प्रदान करते हैं। प्रो0 जोशी ने बताया कि उपरोक्त निर्णय श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के हितों के कल्याणार्थ मील का पत्थर साबित होगा।


Please click to share News

Govind Pundir

Related News Stories