प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने से छात्रों के अंदर स्वस्थ मानसिकता का विकास होता है : डॉक्टर घिल्डियाल

प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने से छात्रों के अंदर स्वस्थ मानसिकता का विकास होता है : डॉक्टर घिल्डियाल
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देहरादून 11 अक्टूबर। प्रतियोगिता में जीत हासिल करना ही बड़ी बात नहीं है, उसमें प्रतिभाग करने मात्र से भी छात्रों के अंदर स्वस्थ मानसिकता का विकास होता है, और आगे चलकर वहीं छात्र जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफल हो जाते हैं।

उपरोक्त विचार सहायक शिक्षा निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने व्यक्त किए, वह आज कन्या गुरुकुल महाविद्यालय राजपुर रोड में उत्तराखंड संस्कृत अकादमी द्वारा आयोजित जनपद स्तरीय छात्र प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली टीमों को सम्मानित कर रहे थे।

सहायक निदेशक ने कहा कि किसी भी प्रतियोगिता में सफल होने के लिए स्वस्थ मानसिकता के साथ प्रतिस्पर्धा की आवश्यकता होती है, उसमें सफल होना और ना होना एक अलग विषय है, परंतु प्रतिभाग करना बहुत बड़ी बात है, उन्होंने इसके लिए सभी विकास खंडों से उपस्थित दल शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं का उत्साह वर्धन किया।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कला एवं संस्कृति परिषद की अध्यक्ष राज्य मंत्री मधु भट्ट ने कहा कि सहायक निदेशक डॉ चंडीप्रसाद घिल्डियाल एवं जिला शिक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार के मार्गदर्शन में विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा छात्र-छात्राओं को अच्छी तालीम देकर जो यहां पर प्रदर्शन किया गया है, वह काबिले तारीफ है , उन्होंने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की प्रतियोगिताओं को कला परिषद द्वारा भी प्रोत्साहित करने का प्रयास किया जाएगा।

इससे पूर्व कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर राज्य मंत्री मधु भट्ट एवं सहायक निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल का प्रतियोगिताओं के संयोजक राजकीय इंटर कॉलेज सभा वाला के प्रधानाचार्य गीता राम नौटियाल एवं सहसंयोजक आचार्य मनोज शर्मा ने बैच अलंकरण कर भव्य स्वाग किया, कार्यक्रम की अध्यक्षता जीईसी रायपुर की प्रधानाचार्य श्रीमती संगीता ने की।

इस अवसर पर राज्य मंत्री मधु भट्ट एवं सहायक निदेशक डॉक्टर घिल्डियाल ने विजेता टीमों को उनके शिक्षकों सहित प्रमाण पत्र एवं नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।


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Garhninad Desk

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