प्रतिभा तो जन्मजात होती है, बस उसको निखारना है शिक्षक का काम : डॉक्टर घिल्डियाल

प्रतिभा तो जन्मजात होती है, बस उसको निखारना है शिक्षक का काम : डॉक्टर घिल्डियाल
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ऋषिकेश 14 दिसंबर। किसी भी बच्चे के अंदर प्रतिभा जन्मजात होती है,बस उसको निखारने का कार्य एक शिक्षक को करना होता है, और जो इस कार्य को भली भांति कर लेता है वही कुशल शिक्षक कहलाता है।

उपरोक्त विचार सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने पंजाब सिंध क्षेत्र इंटरमीडिएट कॉलेज में प्रतिभा सम्मान दिवस का मुख्य अतिथि के रूप में शुभारंभ करते हुए ब्यक्त किए । उन्होंने कहा कि एक शिक्षक की विद्वता एवं कुशलता का आकलन इसी बात से किया जाता है, कि उसके द्वारा पढ़ाए गए विद्यार्थी जीवन में कितने सफल हुए और इतिहास इस बात का साक्षी है, कि महाभारत काल में एक समय पर राजा द्रुपद के द्वारा अपमानित गुरु द्रोणाचार्य ने अपने प्रिय शिष्य पांडवों को यथोचित शिक्षा देकर उनके द्वारा एक गुरु के अपमान का माकूल जबाब दिया ।

वर्ष पर्यंत विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यालय के छात्र-छात्राओं को पुरुष्कार प्रदान करते हुए सहायक निदेशक नें कहा कि कि परिश्रम का कोई दूसरा विकल्प नहीं होता है, इसलिए इस उम्र में किया गया कठिन परिश्रम जीवन को स्वर्णिम बना देता है,शिक्षा के साथ- साथ विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो इसके लिए ही नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रतिभा दिवस मनाए जाने का प्रावधान किया गया है।

इससे पूर्व विद्यालय में अधिकारी के रूप में पहली बार पहुंचने पर प्रधानाचार्य ललित किशोर शर्मा एवं शिक्षकों ने विद्वान एवं कुशल प्रशासक अधिकारी डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल का सम्मान पत्र, अंग वस्त्र, एवं फूल मालाएं पहनाकर भव्य स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे विद्वान एवं कुशल प्रशासक अधिकारी के विद्यालय में आने से छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों का मनोबल ऊंचा हुआ है, और इससे समाज में विद्यालय के प्रति सकारात्मक संदेश पहुंचा है ।

इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी गई।

मौके पर विद्यालय के प्रबंधक बृजेश चंद्र शर्मा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दिल्ली प्रदेश बौद्धिक प्रमुख मनोज जी, श्री भारत मंदिर इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य डीपीएस रावत, जीजीआईसी ऋषिकेश की प्रधानाचार्य दीना राणा, जयराम संस्कृत महाविद्यालय के प्रधानाचार्य विजय जुगरण, जीवनी माई धर्मशाला के प्रबंधक अशोक गोस्वामी, कृष्ण आचार्य महाराज, प्रधानाचार्य नवीन भट्ट, चंद्र प्रकाश, श्रीमती नीलम, प्रतिभा जोशी, रविंद्र बहुगुणा, भावना शर्मा, किरण गोसाई, मुकेश चौहान सहित बड़ी संख्या में कई विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे।


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Garhninad Desk

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