श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के BMLT अंतिम वर्ष के छात्रों का एम्स ऋषिकेश में 6 माह का नैदानिक प्रशिक्षण प्रारंभ

श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के BMLT अंतिम वर्ष के छात्रों का एम्स ऋषिकेश में 6 माह का नैदानिक प्रशिक्षण प्रारंभ
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ऋषिकेश 15 मई 2025 । श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी (BMLT) विभाग के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं का छह माह का नैदानिक प्रशिक्षण आज से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश में प्रारंभ हो गया।

यह प्रशिक्षण एम्स की उच्चस्तरीय प्रयोगशालाओं में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें छात्र पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी, रक्तकोष (ब्लड बैंक), सैंपल कलेक्शन सहित अन्य विभागों में आधुनिक जांच तकनीकों और अस्पताल की व्यावहारिक प्रक्रियाओं का गहन प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

परिसर निदेशक प्रो. एम.एस. रावत ने सभी प्रशिक्षु छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त करना एक सुनहरा अवसर है। उन्होंने छात्रों से इस अवसर का पूरा लाभ उठाकर अपने माता-पिता और विश्वविद्यालय का नाम रोशन करने का आह्वान किया।

विभागीय समन्वयक प्रो. गुलशन कुमार ढींगरा ने बताया कि एम्स ऋषिकेश की निदेशक और डीन अकादमिक के सकारात्मक सहयोग से यह प्रशिक्षण प्रारंभ हो सका है, जो कि BMLT पाठ्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी सात बैच इस प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूर्ण कर चुके हैं, जिनमें से कई छात्र वर्तमान में एम्स ऋषिकेश और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों में सेवाएं दे रहे हैं।

एम्स ऋषिकेश की डीन, एलाइड हेल्थ साइंसेज, डॉ. सुनीता मित्तल ने कहा कि यह प्रशिक्षण छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी रहेगा और उन्हें आधुनिक चिकित्सा प्रयोगशाला तकनीकों की व्यावहारिक समझ प्रदान करेगा।

डीन अकादमिक प्रो. जया चतुर्वेदी ने छात्रों से एम्स के सभी नियमों का पालन करते हुए अनुशासित रहकर प्रशिक्षण प्राप्त करने की अपील की।

प्रशिक्षण के शुभारंभ अवसर पर एम्स के वरिष्ठ संकाय सदस्यों प्रो. रविकिशोर (विभागाध्यक्ष, पैथोलॉजी), प्रो. अनीसा आतिफ (विभागाध्यक्ष, बायोकेमिस्ट्री), प्रो. योगेंद्र प्रताप मथुरिया (विभागाध्यक्ष, माइक्रोबायोलॉजी), प्रो. गीता नेगी (विभागाध्यक्ष, रक्तकोष विभाग) एवं सैंपल कलेक्शन प्रभारी ने छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण उनके भविष्य को संवारने में मील का पत्थर साबित होगा।

गौरतलब है कि मार्च 2017 में एम्स ऋषिकेश और श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर, ऋषिकेश के बीच हुए एक समझौते के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष BMLT छात्रों को छह माह का अस्पताल प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन.के. जोशी और कुलसचिव श्री दिनेश चंद्रा ने भी प्रशिक्षु छात्रों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।


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Govind Pundir

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