18 महीने के लिए राहु और केतु के राशि परिवर्तन से सौरमंडल में हुई बड़ी हलचल पृथ्वी पर सभी प्राणी होंगे प्रभावित: आचार्य दैवज्ञ

देहरादून। 18 महीने की लंबी अवधि के लिए राहु और केतु ग्रहों के राशि परिवर्तन से सौरमंडल में बहुत बड़ी हलचल हो गई है, जिसका अच्छा अथवा बुरा प्रभाव पृथ्वी के सभी प्राणियों पर पड़ेगा परंतु विशेष रूप से राजनीति ,व्यापार और उच्च स्तरीय नौकरी से जुड़े लोग अत्यधिक प्रभावित होंगे।
*उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल “दैवज्ञ” विश्लेषण करते हुए बताते हैं, कि वैदिक ज्योतिष में राहु को एक रहस्यमय और प्रभावशाली छाया ग्रह माना गया है, जो जीवन में अचानक परिवर्तन, भ्रम, आकस्मिक लाभ या हानि और मानसिक असंतुलन जैसे प्रभाव लाता है। राहु हर 18 महीने में राशि परिवर्तन करता है ,और इस बार यह परिवर्तन यद्यपि 18 मई 2025, रविवार को हो गया है , *परंतु यह 29 मई को रात्रि 11:25 से प्रभावी हो रहा है। राहु मीन राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश कर रहा है, और केतु सिंह राशि पर गोचर करेगा, यह गोचर 5 दिसंबर 2026 तक प्रभावी रहेगा।*
राजनीति, व्यापार ,धर्म ,नौकरी विवाह ,संतान , रोगों जैसे गूढ़ विषयों से लेकर जीवन से जुड़ी हुई तमाम समस्याओं को ज्योतिष के माध्यम से उजागर कर तथा उनका समाधान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय जगत में प्रसिद्ध डॉक्टर दैवज्ञ का स्पष्ट रूप से कहना है कि क्योंकि यह गोचर 18 महीने के लंबे समय के लिए हो रहा है इसलिए कुछ राशियों के लिए यह समय प्रगति, नए अवसर और आर्थिक लाभ लेकर आ सकता है, वहीं कुछ को चुनौतियों और सतर्कता की आवश्यकता होगी। विशेष रूप से जिन लोगों की कुंडली में राहु और केतु की स्थिति ठीक नहीं है अथवा उनकी दशाएं चल रही हैं वह बहुत अधिक प्रभावित हो सकते हैं।
सभी 12 राशियों पर इसका क्या प्रभाव होगा इसका विश्लेषण करते हुए आचार्य दैवज्ञ का कहना है, कि लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है जिस प्रकार हम बारिश से घबराते नहीं है बल्कि अपने लिए छाता बना देते हैं, इसी प्रकार ज्योतिष के उपाय अवश्य करें।
मेष राशि
राहु इस राशि के एकादश भाव में प्रवेश करेंगे, जिससे इनकी आय में वृद्धि के संकेत मिलते हैं। नए स्रोतों से लाभ हो सकता है, लेकिन आपको सट्टा, लॉटरी या शेयर बाजार में अधिक जोखिम से बचना चाहिए। मित्रों से जुड़े लाभ के योग हैं पर भरोसे में सावधानी रखें।
वृषभ राशि
यह गोचर इनके दशम भाव में हो रहा है, जो करियर और सामाजिक छवि से जुड़ा होता है। परिवार में कुछ उलझनें या मतभेद हो सकते हैं, अतः विवादों से दूर रहें और धैर्य से परिस्थितियों को संभालें। कामकाज में उतार-चढ़ाव रह सकता है। कुंडली विश्लेषण आवश्यक रूप से कराएं।
मिथुन राशि
राहु का गोचर नवम भाव में होगा, जिससे धार्मिक यात्रा या उच्च अध्ययन की योजनाएं बन सकती हैं। हालांकि, इस दौरान इनको अधिक मेहनत और भागदौड़ करनी पड़ सकती है। भाग्य का साथ धीरे-धीरे मिलेगा, धैर्य से काम लें।
कर्क राशि
धन संबंधित मामलों में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। अनावश्यक खर्च बढ़ सकते हैं या कोई अप्रत्याशित आर्थिक जिम्मेदारी आ सकती है। निवेश सोच-समझकर करें। स्वास्थ्य को लेकर भी थोड़ी चिंता रह सकती है।
सिंह राशि
केतु के प्रभाव के साथ राहु का गोचर भी आपके सातवें भाव को प्रभावित करेगा। दांपत्य जीवन और पारिवारिक संबंधों में तनाव या गलतफहमी हो सकती है। अपने क्रोध और शब्दों पर नियंत्रण रखना होगा, पति सुख बाधा अथवा पत्नी सुख बाधा निवारण यंत्र धारण करने आवश्यक है।
कन्या राशि
राहु का गोचर इस राशि वालों के छठे भाव में होगा, जो प्रतिस्पर्धा, शत्रु और स्वास्थ्य से जुड़ा होता है। यह समय मान-सम्मान बढ़ाने वाला हो सकता है, बशर्ते आप निस्वार्थ भाव से मेहनत करते रहें। राहु ग्रह को बैलेंस करने से कानूनी मामलों में विजय के योग बन रहे हैं।
तुला राशि
इस राशि वालों के पंचम भाव में राहु का गोचर होगा। इस समय मानसिक चिंता और भावनात्मक अस्थिरता महसूस हो सकती है। संतान से संबंधित मामलों में चिंता हो सकती है, संतान को किसी प्रकार नुकसान न पहुंचे इसके लिए तत्काल कुंडली विश्लेषण विशेषज्ञ से अवश्य कराएं।
वृश्चिक राशि
चतुर्थ भाव में राहु के गोचर से पारिवारिक और घरेलू मामलों में थोड़ी अशांति रह सकती है। वाहन या संपत्ति से जुड़ी योजनाओं में बाधा आ सकती है, इसलिए कोई भी बड़ा निर्णय सोच-समझकर लें। कार्यक्षेत्र में सावधानी रखनी आवश्यक है।
धनु राशि
तृतीय भाव में राहु का गोचर इस राशि वालों को साहसी और सक्रिय बना सकता है। यह समय नए कार्यों की शुरुआत के लिए अच्छा है, बशर्ते आप सही दिशा में प्रयास करें। तरक्की के अच्छे संकेत हैं, लेकिन अहम और जल्दबाज़ी से बचें।
मकर राशि
द्वितीय भाव में राहु का गोचर आपके वाणी और धन को प्रभावित करेगा। बोलचाल में संयम रखें क्योंकि कोई भी बात विवाद का कारण बन सकती है। आर्थिक स्थिति में सुधार के संकेत हैं, लेकिन निवेश करते समय सतर्कता बहुत जरूरी है।
कुंभ राशि
राहु इनके लग्न भाव में प्रवेश करेगा, जिससे व्यक्तित्व, सोच और मानसिक स्थिति प्रभावित हो सकती है। तनाव बढ़ सकता है, इसलिए योग, ध्यान और संयम का सहारा लें। आत्मनिरीक्षण और शांत चित्त से निर्णय लेना उचित रहेगा
मीन राशि
राहु अब इस राशि के बारहवें भाव में रहेगा। यह समय विदेश यात्रा, खर्चों और गुप्त शत्रुओं से जुड़ा हो सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें और धन का प्रबंधन सोच-समझकर करें। किसी बड़ी योजना में निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।