“मजूर से हुजूर तक का सफर” पुस्तक का भव्य विमोचन समारोह सम्पन्न

सिंगरोप सिंह नेगी की जीवन यात्रा पर आधारित प्रेरणादायक पुस्तक का हुआ लोकार्पण
- डीपी उनियाल गजा
टिहरी गढ़वाल 07 मई । विकासखंड चंबा के सारज्यूला पट्टी स्थित ग्राम सगवाण निवासी तथा सेवा निवृत्त तहसीलदार श्री सिंगरोप सिंह नेगी द्वारा लिखित आत्मकथा “मज़दूर से हुजूर तक का सफर (मेरी जीवन यात्रा)” का विमोचन नगर पालिका चंबा की अध्यक्ष श्रीमती शोभनी धनोला द्वारा किया गया। यह गरिमामय कार्यक्रम बादशाही थौल स्थित लाडेसर आश्रम में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत आश्रम के भाई-बहनों द्वारा पारंपरिक गरवाली रीति-रिवाज से अतिथियों के स्वागत के साथ हुई—जिसमें माल्यार्पण, गढ़वाली टोपी पहनाना, रक्षा सूत्र बांधना एवं तिलक लगाना शामिल था।
पुस्तक के लेखक श्री सिंगरोप सिंह नेगी ने अपने संघर्षमय जीवन की झलक प्रस्तुत करते हुए कहा कि यह पुस्तक आने वाली पीढ़ियों को पूर्वजों के संघर्षों से अवगत कराने और प्रेरणा देने के उद्देश्य से लिखी गई है।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती शोभनी धनोला ने लेखक की स्पष्टवादिता और जीवन संघर्ष की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह पुस्तक हमारे समाज और परिवेश की सच्ची घटनाओं का दर्पण है। वरिष्ठ पत्रकार श्री रघुभाई जरधारी ने पुस्तक की रचना प्रक्रिया और प्रकाशन यात्रा पर प्रकाश डाला।
अन्य वक्ताओं में पूर्व प्रमुख थौलधार खेम सिंह चौहान, कवि सोमबारी लाल सकलानी, पूर्व सैनिक इंद्र सिंह नेगी, सभासद शक्ति प्रसाद जोशी, और समाजसेवी दिनेश प्रसाद उनियाल शामिल रहे। सभी ने इस पुस्तक को जीवन के हर पहलू को ईमानदारी से उजागर करने वाला प्रेरक दस्तावेज बताया।
कार्यक्रम में श्रीमती निर्मला विष्ट, विक्रम सिंह रावत तुंगोली, आराधना धूप-अगरबत्ती के संस्थापक संजय बहुगुणा, पूर्व जिला पंचायत सदस्य सत्येंद्र सिंह धनोला, विक्रम सिंह रावत तुंगोली सहित लेखक के परिजन, लाडेसर आश्रम के संचालकगण व स्थानीय गणमान्यजन उपस्थित रहे। सभी ने लेखक का अभिनंदन कर उनके इस प्रयास की सराहना की।