रामलीला का तीसरा दिन: अहिल्या उद्धार, सीता स्वयंवर की लीलाओं ने बांधा दर्शकों का मन

रामलीला का तीसरा दिन: अहिल्या उद्धार, सीता स्वयंवर की लीलाओं ने बांधा दर्शकों का मन
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टिहरी, 25 मई 2025। बौराड़ी स्टेडियम नई टिहरी में नवयुवक श्रीकृष्ण रामलीला समिति 1952 (पंजी.) के तत्वावधान में आयोजित यह भव्य और हाईटेक रामलीला न केवल एक मंचन है, बल्कि त्रेता युग की जीवंत सैर है, जो दर्शकों को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों और धर्म के गहन संदेशों से जोड़ रही है। सायंकाल की आरती के उपरांत जब मंच पर श्री राम की लीला का शुभारंभ होता है, तो वातावरण भक्तिमय हो उठता है।

“श्री सतीश थपलियाल जी जो टिहरी रामलीला के कुशल संचालक हैं, दृश्यों के बीच-बीच में राम की लीलाओं का पुट और "जय श्री राम" के उद्घोष से दर्शकों में उत्साह और भक्ति भाव बनाए रखते हैं।”

तीसरे दिन की दिव्य लीला:
तीसरे दिन की रामलीला रात्रि 9 बजे शुरू हुई और इस बार मंच पर जीवंत हुआ भगवान श्री राम द्वारा अहिल्या उद्धार और सीता स्वयंवर जैसे हृदयस्पर्शी प्रसंग। आज आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष ज्योति भट्ट, उत्तम तोमर, शांति भट्ट, राकेश भूषण गोदियाल आदि ने दीप प्रज्वलन कर रामलीला का शुभारंभ किया।

जैसे ही श्रीराम ने अपने चरणों के स्पर्श से तपस्विनी अहिल्या को पाषाण रूप से मुक्त किया, मंच पर भक्ति और करुणा का ऐसा संगम हुआ कि दर्शकों की आँखें अनायास ही नम हो उठीं। अहिल्या की मुक्ति का यह दृश्य न केवल एक कथा थी, बल्कि दया, क्षमा और प्रायश्चित की भावना का जीवंत चित्रण था, जिसने उपस्थित जनसमूह को भाव-विभोर कर दिया।
इसके साथ ही पंचवटी की रमणीय पृष्ठभूमि, वन गमन की झलक और मंत्रमय संगीत ने मंच को एक अलौकिक स्वरूप प्रदान किया। कलाकारों के संवादों की स्पष्टता, भाव-भंगिमाओं की गहराई और मंच सज्जा की भव्यता ने यह सिद्ध कर दिया कि टिहरी की रामलीला केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक उत्सव है, जो आत्मा को शांति और प्रेरणा प्रदान करता है।
पहली बार हाइटेक तकनीक के सहारे इस रामलीला का सीधा प्रसारण यमुना टीवी और विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर किया जा रहा है जिससे हजारों दर्शक इसे लाइव देख रहे हैं। यह तकनीक का वह सुंदर उपयोग है, जो श्री राम की लीलाओं को वैश्विक मंच प्रदान कर रहा है।
इस मौके पर समिति के अध्यक्ष देवेंद्र नौडियाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष भगवान चंद रमोला, मनोज राय, उपाध्यक्ष जशोदा नेगी, महासचिव अमित पंत, पालिका अध्यक्ष मोहन सिंह रावत, कमल सिंह महर, राकेश भूषण गोदियाल, राजेंद्र असवाल, महीपाल नेगी, चंडी प्रसाद डबराल, श्रीमती सुषमा उनियाल, विद्या नेगी, शिष्टानंद पांडेय, अनुसूया नौटियाल, मनोज शाह, अनुज पंत, चरण सिंह नेगी, अनुराग पंत, राजीव रावत, तपेंद्र चौहान, गोविंद पुंडीर, गंगा भगत नेगी, नंदू वाल्मीकि, वेश भूषण जोशी, हरीश घिल्डियाल, राकेश मोहन भट्ट, मनीष पंत, शंकर सैनी समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही।

एक प्रेरणादायक यात्रा
टिहरी की यह रामलीला केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि जीवन को धर्म, मर्यादा और करुणा से जोड़ने वाली एक प्रेरणादायक यात्रा है। जैसे-जैसे रामलीला के अगले दिन नजदीक आ रहे हैं, दर्शकों का उत्साह और भक्ति का ज्वार और भी बढ़ता जा रहा है। यह रामलीला निश्चित रूप से हर उस व्यक्ति के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव है, जो सनातन संस्कृति और श्रीराम के चरित्र से प्रेम करता है। आइए, इस भक्ति और संस्कृति के महोत्सव में शामिल होकर श्रीराम की लीलाओं का आनंद लें और उनके आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करें!
* गोविन्द पुंडीर संपादक


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Govind Pundir

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