एसआरटी परिसर चंबा में दो दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला संपन्न: वैज्ञानिक नवाचारों और उद्यमिता पर जोर

टिहरी गढ़वाल 9 मई 2025। एसआरटी परिसर चंबा के जन्तु विज्ञान विभाग में दो दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन किया गया, जिसमें प्रमुख वक्ता प्रो. (डॉ.) डब्ल्यू. एस. लाकरा रहे। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में टिहरी गढ़वाल के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने शिरकत की।
इस शैक्षणिक आयोजन का उद्देश्य जीवन विज्ञान के परास्नातक और शोध छात्रों को वैज्ञानिक विषयों की गहन जानकारी देना और अग्रणी वैज्ञानिकों से संवाद का अवसर प्रदान करना था। संयोजक प्रो. एन.के. अग्रवाल ने कहा कि विभाग का लक्ष्य छात्रों को केवल सैद्धांतिक ही नहीं, बल्कि व्यावहारिक और नवाचारपूर्ण ज्ञान से जोड़ना है।
प्रो. लाकरा ने जल जैव विविधता प्रबंधन, जलकृषि में जैव प्रौद्योगिकी के नवाचारों और शीत जल मत्स्य पालन में नवीनतम प्रगति पर प्रेरक व्याख्यान दिए।
मुख्य विकास अधिकारी डॉ. त्रिपाठी ने कहा, “विकास योजनाओं में यदि वैज्ञानिक सोच को सम्मिलित किया जाए, तो ग्रामीण क्षेत्रों में समग्र प्रगति संभव है। मत्स्य पालन, बागवानी, मधुमक्खी पालन जैसे क्षेत्रों में युवाओं के लिए अपार रोजगार अवसर हैं। वैज्ञानिक मार्गदर्शन के साथ युवा इन क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ सकते हैं।”
इस अवसर पर 18 मार्च 2025 को आयोजित ‘शीत जल मत्स्य पालन में उद्यमिता कौशल विकास’ क्षेत्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने वाले 35 प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र भी प्रदान किए गए। यह प्रशिक्षण जन्तु विज्ञान विभाग द्वारा मत्स्य विभाग और मुख्य विकास कार्यालय, नई टिहरी के सहयोग से आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य छात्रों और स्थानीय युवाओं को शीत जल मत्स्य पालन में व्यावसायिक और उद्यमिता कौशल प्रदान करना था।