जिलाधिकारी ने दिए निर्देश 15 जून तक अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करें साहसिक खेलों की सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट

जिलाधिकारी ने दिए निर्देश 15 जून तक अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करें साहसिक खेलों की सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट
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टिहरी गढ़वाल। पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने के उद्देश्य से जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक मंगलवार को जिला अधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में जनपद में पर्यटन विभाग की परिसंपत्तियों के बेहतर प्रबंधन, साहसिक गतिविधियों की सुरक्षा, तथा पर्यटन को प्रोत्साहन देने से जुड़े अहम बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

जिलाधिकारी ने काणाताल, शिवपुरी, कैम्पटी, धनोल्टी, कोटी कालोनी सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर साहसिक खेलों के संचालनकर्ताओं को 15 जून, 2025 तक सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि निर्धारित तिथि तक रिपोर्ट प्रस्तुत न करने पर संबंधित गतिविधियों को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाएगा। डीटीडीओ को इस निर्देश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने को कहा गया।

साथ ही जिलाधिकारी ने डीटीडीओ को जनपद के पुराने मंदिरों का सर्वेक्षण कर उन्हें चिह्नित करने तथा उनके संरक्षण एवं जीर्णोद्धार की योजना तैयार करने को कहा, ताकि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिल सके और स्थानीय स्तर पर आजीविका के नए साधन सृजित हों।


पर्यटन परिसंपत्तियों का पीपीपी मॉडल पर संचालन, स्थानीय लोगों को प्राथमिकता

बैठक में श्री सेम नागराजा स्वयं सहायता समूह (मुखेम), पर्यटक सुविधा केंद्र (काण्डी, सौड़-काणाताल, कुंजापुरी), पर्यटक आवास गृह (सुनारीगाड़, नैखरी-चन्द्रवदनी), तथा टिहरी झील कोटी कालोनी में निर्मित दुकानों एवं नौघर वाहन पार्किंग को पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर संचालन हेतु विस्तृत चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने इन परिसंपत्तियों के लिए किराया दर निर्धारित करने, निविदा प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण करने और स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।


नई पर्यटन योजनाओं पर बल – बोटिंग, स्कूबा डाइविंग, पैरामोटरिंग को लेकर तैयारी

बैठक में श्रीनगर के निकट धारी देवी में बोटिंग ट्रायल तथा टिहरी झील में स्कूबा डाइविंग ट्रायल के लिए बॉयलॉज तैयार करने एवं आवेदन प्रक्रिया शुरू करने पर सहमति बनी। टिहरी झील कोटी कालोनी में पूर्व में किए गए ट्रायल के आधार पर पैरामोटर संचालन हेतु पर्यटन मुख्यालय से अनुमति लेने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके अतिरिक्त कोटेश्वर झील में नया बोटिंग प्वाइंट विकसित करने का निर्णय लिया गया।

बौराड़ी और चंबा पार्किंग स्थलों का उपयोग ऑफ सीजन में अन्य प्रयोजनों हेतु न करने का भी निर्देश दिया गया।


धरोहर संरक्षण व ट्रेकिंग को लेकर नई योजनाएं

मुख्यमंत्री घोषणा के तहत सेम मुखेम में सौंदर्यीकरण कार्यों हेतु डीपीआर तैयार की जाएगी। इसके साथ ही खैट पर्वत ट्रेक रूट के विकास, कौड़िया ट्रेक रूट के यूजर चार्ज प्रस्ताव, और बर्ड वाचिंग व नेचर ट्रेनिंग कार्यक्रमों को प्रारंभ करने की कार्ययोजना बनाई गई।


इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी वरुणा अग्रवाल, टिहरी वन प्रभाग के डीएफओ पुनीत तोमर, सीओ टिहरी ओसीन जोशी, ब्लॉक प्रशासक जाखणीधार सुनीता देवी, चंबा की शिवानी बिष्ट, डीटीडीओ एस.एस. राणा, एटीओ अरविंद चौहान सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।


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Govind Pundir

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