ग्रामोत्थान परियोजना से महिलाओं की आजीविका को मिला मजबूत सहारा

- ग्रामोत्थान परियोजना से जनपद की 855 ग्रामीण महिलाएं कर रही स्वरोजगार”
टिहरी गढ़वाल। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में टिहरी गढ़वाल जनपद में ग्रामोत्थान परियोजना ग्रामीणों की आर्थिकी को मजबूत कर रही है। जिले में योजना के तहत विभिन्न योजनाओं के माध्यम से ग्रामीणों को स्वरोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है। जिससे ग्रामीण घर पर बैठकर ही अपनी आय को मजबूत कर रहे हैं।
टिहरी गढ़वाल जिला परियोजना प्रबंधक रीप सरिता जोशी ने बताया कि ग्रामोत्थान परियोजना के तहत जनपद में 26 क्लस्टर लेवल फेडरेशन बनाई गई है, जिनके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में बकरी, पालन, डेयरी यूनिट, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, कुक्कुट पालन, ब्यूटी पार्लर, सिलाई सेंटर, रिटेल शॉप, फर्नीचर निर्माण, ढाबा, रेस्टोरेंट, फूड प्रोसेसिंग यूनिट जैसे उद्यमों का संचालन किया जा रहा है। जिससे ग्रामीण अपनी आजीविका को मजबूत कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि परियोजना के तहत जनपद में कृषि आधारित योजनाओं में 183, गैर कृषि आधारित उद्यम में 85 तथा एक्ट्रीम व अल्ट्रा पुअर योजना के तहत 577 ग्रामीणों को लाभान्वित किया गया है। योजना की जानकारी देते हुए बताया कि कृषि आधारित व व्यक्तिगत उद्यम योजना में रेप परियोजना की ओर से 30 प्रतिशत तथा लाभार्थी की ओर से 20 प्रतिशत का अंशदान किया जाता है। जबकि शेष धनराशि बैंक ऋण के माध्यम से प्रदान की जाती है। जिससे ग्रामीण उद्यम की स्थापना कर सकता है।
विकासखंड देवप्रयाग की ग्राम डोबरी राजेश्वरी देवी का कहना है कि ग्रामोत्थान परियोजना की मदद से उन्होंने व्यक्तिगत उद्यम योजना के तहत वर्ष 2024-25 में बकरी पालन का उद्यम स्थापित किया, जिससे उनको आर्थिक रूप से मजबूती मिली है। उन्होंने बताया कि सितंबर 2024 में परियोजना की मदद से 6 और बकरियां खरीदी, जिनकी अच्छी देखभाल करके सही बाजार मूल्य के आधार पर दो बकरियां अच्छे दामों पर बेची जिससे उन्हें मुनाफा हुआ, उन्होंने योजना को गरीब तबके की आर्थिकी को मजबूत करने के लिए कारगर बताया।