टिहरी में लैंड बैंक से आएगी पारदर्शिता और तेजी: जिलाधिकारी

टिहरी में लैंड बैंक से आएगी पारदर्शिता और तेजी: जिलाधिकारी
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टिहरी गढ़वाल 18 जून 2025 । टिहरी गढ़वाल में सरकारी भूमि और संसाधनों के प्रबंधन को और अधिक पारदर्शी व प्रभावी बनाने के लिए लैंड बैंक सिस्टम को लागू किया जा रहा है। मंगलवार देर शाम जिला सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी नितिका खंडेलवाल ने इस दिशा में महत्वपूर्ण निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने सभी पटवारियों को अपने क्षेत्र की सरकारी भूमि और भवनों का जीआईएस (भौगोलिक सूचना प्रणाली) के माध्यम से मैपिंग करने के निर्देश दिए, ताकि ओपन लैंड और भूमि उपयोग की जानकारी तुरंत उपलब्ध हो सके। उन्होंने उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र, देहरादून के वैज्ञानिकों को तहसीलदारों और पटवारियों को ‘उत्तराखंड गवर्नमेंट एसेट मैनेजमेंट सिस्टम (यूके-जीएएमएस)’ पोर्टल पर प्रशिक्षण देने को कहा।

जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार, जिले के सभी सरकारी संसाधनों का डाटाबेस तैयार किया जाएगा। इससे संसाधनों की जानकारी त्वरित और पारदर्शी ढंग से प्राप्त होगी, जिससे विकास कार्यों में तेजी आएगी। उन्होंने कहा, “लैंड बैंक सिस्टम से आंकड़ों को आसानी से समझा और वर्गीकृत किया जा सकेगा, जिससे प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और गति आएगी।

बैठक में आपदा प्रबंधन को लेकर भी निर्देश दिए गए। सभी एसडीएम को अपने क्षेत्रों में आपदा से संबंधित सामग्री का आकस्मिक निरीक्षण करने को कहा गया। साथ ही, नायब तहसीलदार, तहसीलदार, कानूनगो जैसे रिक्त पदों की जानकारी और ‘अपणि सरकार’ पोर्टल पर अस्वीकृत आवेदनों का विश्लेषण करने के निर्देश दिए गए।जिलाधिकारी ने जोर देकर कहा कि जीआईएस के उपयोग से आपदा प्रबंधन, शहरी नियोजन, भू-आंकलन और संसाधन मानचित्रण जैसे कार्यों को और प्रभावी बनाया जा सकेगा। इससे जिले में प्रशासनिक कार्यों का त्वरित और कुशल संचालन संभव होगा।

बैठक में सभी एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी कुसुम, जिला सांख्यिकी अधिकारी साक्षी शर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।टिहरी में लैंड बैंक की यह पहल न केवल प्रशासनिक कार्यों को गति देगी, बल्कि विकास और आपदा प्रबंधन में भी एक नया मानक स्थापित करेगी।


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Govind Pundir

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