विश्व पर्यावरण दिवस पर बाल गंगा महाविद्यालय में तीन दर्जन पौधों का रोपण

टिहरी गढ़वाल। बाल गंगा महाविद्यालय, सेंदुल केमर में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई एवं नामामी गंगे अभियान के तहत विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। छात्र-छात्राओं ने “प्लास्टिक प्रदूषण समाप्त करो” विषय पर संकल्प लिया और महाविद्यालय परिसर में सफाई अभियान चलाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज प्राचार्य डॉ. बी.सी. उनियाल द्वारा विद्यार्थियों को प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और वृक्षारोपण के लिए प्रेरित करने की शपथ दिलाकर की गई। उन्होंने कहा, “प्रत्येक छात्र को पर्यावरण संरक्षण की शुरुआत अपने घर से करनी चाहिए। पर्यावरण दूषित होने से प्राकृतिक जल स्रोत सूख रहे हैं, जो चिंता का विषय है।”
राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मुकेश नैथानी ने प्लास्टिक के कारण बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग और उसके पर्यावरण पर पड़ रहे दुष्प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए कहा, “प्लास्टिक प्रदूषण के कारण जल, जंगल और ज़मीन प्रभावित हो रहे हैं। इसे रोकने के लिए हर व्यक्ति को अपने गांव से जागरूकता फैलानी होगी।”
इस अवसर पर स्वयंसेवियों ने कॉलेज परिसर में पीपल, बड़, देवदार, आंवला सहित विभिन्न प्रजातियों के करीब तीन दर्जन पौधे रोपित किए। साथ ही, पर्यावरण और नदियों की शुद्धता के संकल्प के रूप में बाल गंगा और भिलंगना नदी के संगम पर भव्य गंगा आरती का आयोजन भी किया गया।
कार्यक्रम में नामामी गंगे के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. बद्रीश बड़ोनी, डॉ. सरिता बहुगुणा, डॉ. अर्चना कुनियाल, डॉ. रेखा बहुगुणा, जितेंद्र डोभाल, बृजेश सैनी और डॉ. पुरुषोत्तम नोटियाल सहित अनेक प्राध्यापक, कर्मचारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
इस आयोजन ने न सिर्फ पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा दिया बल्कि आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ और हरा-भरा भविष्य सुनिश्चित करने का भी संदेश दिया।