नई टिहरी में भव्य और हाईटेक रामलीला का भगवान राम के राजतिलक के साथ ही समापन

टिहरी गढ़वाल। नई टिहरी के बौराड़ी स्टेडियम में नवयुवक श्रीकृष्ण रामलीला समिति 1952 (पंजी.) के तत्वावधान में आयोजित 11 दिवसीय रामलीला का समापन भगवान श्रीराम के राजतिलक के साथ श्रद्धा और हर्षोल्लास के वातावरण में संपन्न हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, श्रद्धालु, बच्चे और युवा दर्शक उपस्थित रहे।
रामलीला मंचन के अंतिम दिन जब हनुमानजी अयोध्या में भरत और शत्रुघ्न को भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने की खबर सुनाते हैं और उनके स्वागत समारोह की तैयारी करने को कहते हैं। अयोध्या में भगवान श्री राम, सीता जी, लक्ष्मण जी का वैदिक मंत्रोच्चारण, पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत किया जाता है। इस मंचन ने दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। भगवान राम के राज्याभिषेक के दृश्य ने रामराज्य की कल्पना को जीवंत कर दिया।
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इस वर्ष रामलीला में तकनीकी साधनों का विशेष उपयोग किया गया। प्रकाश, ध्वनि और मंच सज्जा के माध्यम से कथा को प्रभावशाली रूप में प्रस्तुत किया गया। इससे दर्शकों को एक नया अनुभव प्राप्त हुआ और वे कथा के प्रत्येक दृश्य से भावनात्मक रूप से जुड़े रहे।
समापन अवसर पर दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई, जिसमें प्राचार्य डायट हेमलता भट्ट, नगर पालिका अध्यक्ष मोहन सिंह रावत, समाज कल्याण अधिकारी भाकुनी, सुषमा उनियाल, रागिनी भट्ट, डॉ. वीर सिंह, डॉ. मनवीर सिंह नेगी सहित कई सम्मानित अतिथि शामिल हुए। सभी ने आयोजन समिति के कार्यों की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजन समाज में सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने का कार्य करते हैं।
रामलीला में अभिनय करने वाले सभी कलाकारों, सहयोगी कार्यकर्ताओं और मंच संचालन से जुड़े लोगों तथा अतिथियों को अंग वस्त्र व मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। समिति ने इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग देने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।
रामलीला का सफल संचालन देवेंद्र नौडियाल ने किया। उनकी स्पष्ट वाणी और अनुशासित शैली ने आयोजन को सहज और प्रभावी रूप में प्रस्तुत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस आयोजन ने नई टिहरी में सामाजिक एकता, सांस्कृतिक चेतना और धार्मिक श्रद्धा को एक साथ जोड़ते हुए एक प्रेरणादायक संदेश दिया।
इस मौके पर समिति के अध्यक्ष देवेंद्र नौडियाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष भगवान चंद रमोला, मनोज राय, उपाध्यक्ष जशोदा नेगी, महासचिव अमित पंत, कमल सिंह महर, राकेश भूषण गोदियाल, राजेंद्र असवाल, जगजीत नेगी, महीपाल नेगी, चंडी प्रसाद डबराल, शिष्टानंद पांडेय, अनुसूया नौटियाल, मनोज शाह, अनुज पंत, चरण सिंह नेगी, अनुराग पंत, राजीव रावत, सुनील बधानी कोषाध्य, तपेंद्र चौहान, गोविंद पुंडीर, गंगा भगत नेगी, नंदू वाल्मीकि, वेश भूषण जोशी, हरीश घिल्डियाल, राकेश मोहन भट्ट, मनीष पंत, शंकर सैनी समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही।