सरकार के चार साल: कांग्रेस ने गिनाईं असफलताएं– राकेश राणा

टिहरी गढ़वाल। जिला कांग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष राकेश राणा ने धामी सरकार के चार साल के कार्यकाल को पूरी तरह विफल बताया और कहा कि वे झूठे प्रचार के ज़रिये जनता को गुमराह कर रहे हैं, जबकि जमीनी सच्चाई इसके विपरीत है।
भाजपा के सांसद, विधायक और पदाधिकारी तक सरकार की नाकामियों को उजागर कर रहे हैं। बेरोजगारी और पलायन चरम पर है। महिला अपराधों में उत्तराखंड शीर्ष पर है। चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की मौतें और सड़क दुर्घटनाओं में भारी वृद्धि सरकार की लापरवाही और व्यवस्था की नाकामी को दर्शाती है।
यूसीसी का पहला उल्लंघन भाजपा नेता से होना, केदारनाथ मंदिर की मर्यादा भंग करना, सोने की चोरी और जांच को दबाना, खनन माफियाओं को संरक्षण, युवाओं के साथ भर्ती घोटालों के ज़रिये धोखा, उपनल, आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा, पुरानी पेंशन बहाली में असंवेदनशीलता – ये सब सरकार की जनविरोधी सोच को उजागर करते हैं।
निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार और मलिन बस्तियों से गरीबों को बेदखल करना, निकाय और पंचायत चुनावों में देरी, धार्मिक ध्रुवीकरण, स्वास्थ्य और शिक्षा की बदहाली, प्रसव शौचालयों में होना, स्कूलों में शिक्षकों की कमी, महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष अनामिका शर्मा प्रकरण में प्रशासन की संलिप्तता, अंकिता भंडारी हत्याकांड में लीपापोती, गैरसैंण की उपेक्षा और एम्स ऋषिकेश में भ्रष्टाचार जैसी घटनाएं राज्य सरकार की नाकामी की मिसाल हैं।
सरकारी योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री आवास, उज्ज्वला योजना और आयुष्मान भारत का लाभ भी ज़रूरतमंदों तक नहीं पहुंच पा रहा है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या भाजपा इतनी विफलताओं के बावजूद इसे अपनी उपलब्धि मानती है?