कांवड़ यात्रा में प्रशासन की व्यवस्थाओं की कांवड़ियों ने की सराहना

सुलभ ट्रैफिक और व्यापक इंतजामों से कांवड़ यात्रा बनी सुगम
पैदल कांवड़ियों ने डाक कांवड़ियों से की शांति बनाए रखने की अपील
टिहरी गढ़वाल, 11 जुलाई। जिला टिहरी गढ़वाल से होकर गुजर रही कांवड़ यात्रा अब अपने दूसरे चरण में पहुंच चुकी है। इस चरण में गंगोत्री और नीलकंठ की ओर बम-बम भोले के जयघोष के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु पैदल और डाक कांवड़ के माध्यम से आगे बढ़ रहे हैं। जिला प्रशासन की ओर से किए गए समुचित इंतजामों की कांवड़ यात्रियों ने खुले दिल से सराहना की है।
गंगोत्री से गंगाजल लेकर लौट रहे फरीदाबाद निवासी जितेंद्र नागर ने बताया कि उत्तरकाशी से लेकर टिहरी जिले की सीमा तक प्रशासन की व्यवस्थाएं धरातल पर प्रभावी रूप से दिख रही हैं। सभी प्रमुख स्थानों पर शौचालय, पेयजल, रेट लिस्ट युक्त होटल, पार्किंग, साइनेज, स्ट्रीट लाइट, रूट डायवर्जन, कूड़ेदान और मोबाइल टॉयलेट जैसी व्यवस्थाएं यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए की गई हैं।
इसी प्रकार अलवर से आई शिवराम कांवड़ टोली ने कहा कि गंगोत्री से लौटते समय टिहरी जिले के भीतर उन्हें हर स्थान पर प्रशासन का सहयोग मिला। विशेष रूप से सुरक्षा, मार्गदर्शन और साफ-सफाई की व्यवस्था से वे संतुष्ट दिखे।
लक्ष्मण झूला, राम झूला, चंद्रभागा तिराहा और भद्रकाली तिराहा जैसे प्रमुख स्थलों पर पुलिस की कैनोपी लगाई गई हैं, जहां से यात्रियों को सुरक्षा, सहायता और कांवड़ मार्ग से संबंधित जानकारी दी जा रही है। यातायात व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने हेतु नो-पार्किंग जोन में खड़ी गाड़ियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।
कांवड़ियों ने यह भी बताया कि सुलभ यातायात व्यवस्था के कारण उन्हें जाम जैसी समस्या से जूझना नहीं पड़ा, जिससे यात्रा का अनुभव और भी सुखद रहा। पैदल कांवड़ियों ने डाक कांवड़ियों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि सभी को मिलकर इस आध्यात्मिक यात्रा को शांतिपूर्ण और अनुशासित ढंग से संपन्न कराना चाहिए।
जिला प्रशासन द्वारा की गई इन प्रभावी व्यवस्थाओं के चलते कांवड़ यात्रा सुगमता और शांति से अपने अगले चरण की ओर बढ़ रही है।