SDRF ने गंगा में डूब रहे एक ही परिवार के पांच सदस्यों सहित 11 लोगों को बचाया

टिहरी गढ़वाल। कांवड़ मेले के दौरान आज कांगड़ा घाट पर बड़ा हादसा टल गया जब गंगा स्नान कर रहे एक ही परिवार के पांच सदस्य नदी के तेज बहाव में बहने लगे। गहराई और प्रवाह से अनजान सभी श्रद्धालु डूबने लगे और मदद के लिए चीख-पुकार मच गई।
घाट पर पहले से ही मुस्तैद SDRF की टीम ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। एसआई पंकज खरोला के नेतृत्व में एचसी आशिक अली और कांस्टेबल नीतेश खेतवाल ने डग्गी (रिवर रेस्क्यू बोट) की सहायता से पानी में फंसे लोगों तक पहुंच बनाई। इस दौरान दूसरे छोर से एचसी विजय खरोला, कांस्टेबल कविंद्र चौहान, शिवम, अनिल और रमेश ने तैरकर पहुंचकर सभी को एक-एक कर डग्गी में बैठाया और सुरक्षित किनारे तक पहुंचाया।
किनारे पर मौजूद टीम के अन्य सदस्यों एएसआई प्रविंद्र धस्माना, प्रकाश मेहता और तकनीकी कर्मी अंकित पाल ने थ्रो बैग के जरिए टीम और पीड़ितों को बाहर निकालने में सहयोग किया। SDRF की तत्परता और कुशलता से सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित बचा लिया गया।
रेस्क्यू किए गए श्रद्धालु फारुखनगर, गुड़गांव निवासी हैं, जिनमें आरती पुत्री संजय (19 वर्ष), पलक पुत्री संजय (15 वर्ष), सागर पुत्र संजय (16 वर्ष), विशाल पुत्र कुक्कू (18 वर्ष) और वीर पुत्र कुक्कू (14 वर्ष) शामिल हैं।
घटना के बाद परिजनों ने SDRF टीम का हृदय से आभार जताया और उनके साहसिक कार्य की प्रशंसा की। आज SDRF द्वारा उक्त घटना के अतिरिक्त अन्य 6 व्यक्तियों को भी सुरक्षित रेस्क्यू किया गया, जिससे कुल 11 लोगों की जान बचाई गई। SDRF द्वारा कांवड़ मेले में लगातार सतर्कता बरतते हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।