टीएचडीसीआईएल ने रचा इतिहास:एचआरडी केंद्र को मिला ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ सम्मान

ऋषिकेश, 11 जुलाई 2025 । भारत सरकार के अधीन प्रमुख विद्युत सार्वजनिक उपक्रम टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (THDCIL) ने मानव संसाधन विकास के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। कंपनी के मानव संसाधन विकास केंद्र, ऋषिकेश को एसएचआरएम इंडिया (Society for Human Resource Management) द्वारा ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के रूप में मान्यता दी गई है। इस उपलब्धि के साथ टीएचडीसीआईएल देश के अग्रणी प्रशिक्षण संस्थानों—जैसे आईओसीएल और एचपीसीएल—की पंक्ति में शामिल हो गया है।
टीएचडीसीआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री आर. के. विश्नोई ने एचआर टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह मान्यता कंपनी की प्रतिभा विकास व उत्कृष्ट कार्य संस्कृति के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने कहा, “हमारा एचआरडी केंद्र ज्ञान, नवाचार और परिवर्तन का प्रमुख स्रोत है, जो भविष्य के लिए तैयार मानव संसाधन तैयार कर रहा है।”
यह मान्यता एसएचआरएम-पीएसई बेंचमार्किंग के तहत कठोर अंतरराष्ट्रीय मापदंडों पर आधारित मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद प्रदान की गई, जिसमें एचआर नीतियों, प्रशिक्षण गुणवत्ता, SOP, सुरक्षा प्रोटोकॉल, अधोसंरचना, नेतृत्व और फीडबैक को शामिल किया गया।
निदेशक (कार्मिक) श्री शैलेन्द्र सिंह ने कहा, “एचआरडी केंद्र केवल प्रशिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि रणनीतिक परिवर्तन का संवाहक है। यह मान्यता हमारी वैश्विक स्तर की प्रशिक्षण क्षमताओं, डिजिटल दक्षता और रणनीतिक समन्वय की पुष्टि करती है।”
उन्होंने आगे कहा, “टीएचडीसीआईएल में मानव संसाधन केवल प्रक्रियाएं नहीं, बल्कि लोगों का विकास है—जहां प्रतिभा पोषण, समावेशिता और निरंतर अधिगम को प्राथमिकता दी जाती है।”
इस अवसर पर एसएचआरएम इंडिया के कार्यकारी निदेशक श्री निशीथ उपाध्याय और वरिष्ठ प्रबंधक श्री निशांत पराशर ने प्रमाणपत्र प्रदान किया। इस कार्यक्रम में मुख्य महाप्रबन्धक (एचआर–प्रशासन एवं एचआरडी) डॉ. ए. एन. त्रिपाठी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
टीएचडीसीआईएल का एचआरडी केंद्र आज न केवल कंपनी के लिए बल्कि अन्य सार्वजनिक और निजी संस्थानों के लिए भी विश्वस्तरीय अधिगम और प्रशिक्षण हब बन चुका है। वर्ष 2024-25 में इसने ₹90 लाख का प्रशिक्षण राजस्व अर्जित किया और आने वाले वर्षों में ₹2 करोड़ के लक्ष्य के साथ अंतरराष्ट्रीय विस्तार की दिशा में अग्रसर है।