सुप्रीम कोर्ट से सत्य की जीत: सीता देवी को मिला न्याय

टिहरी गढ़वाल 22 जुलाई 2025। सुप्रीम कोर्ट ने भुत्सी जिला पंचायत क्षेत्र से कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी श्रीमती सीता देवी के पक्ष में फैसला सुनाते हुए उनका नामांकन वैध माना है। इससे भाजपा को बड़ा झटका लगा है।
ज्ञात हो कि 10 जुलाई को रिटर्निंग अधिकारी ने सीता देवी का नामांकन यह कहते हुए रद्द कर दिया था कि उनका अदेयता प्रमाण पत्र फर्जी है, जबकि संबंधित सहकारी समिति ने प्रमाण पत्र को वैध बताया था और नया प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किया गया था। इसके बावजूद रिटर्निंग अधिकारी ने बिना जांच के नामांकन रद्द कर भाजपा प्रत्याशी को निर्विरोध विजयी घोषित कर दिया था।
सीता देवी ने यह मामला उत्तराखंड उच्च न्यायालय में उठाया, जहां अदालत ने रिटर्निंग अधिकारी के निर्णय को गलत बताते हुए सीता देवी का नामांकन बहाल किया और चुनाव चिन्ह आवंटित कर चुनाव करवाने के आदेश दिए। भाजपा प्रत्याशी ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के आदेश को बरकरार रखते हुए भाजपा की याचिका खारिज कर दी।
फैसले के बाद सीता देवी ने कहा कि वह साधारण परिवार से हैं और अन्याय के खिलाफ न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। उन्होंने जनता से अपील की है कि 24 जुलाई को ‘कप-प्लेट’ चुनाव चिन्ह पर मतदान कर उन्हें समर्थन दें।
कांग्रेस नेताओं ने कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए इसे सत्य और लोकतंत्र की जीत बताया है। जिलाध्यक्ष राकेश राणा और विधायक विक्रम सिंह नेगी ने कहा कि भाजपा ने सत्ता का दुरुपयोग करते हुए सीता देवी का नामांकन रद्द कराया था, जो अब न्यायपालिका के निर्णय से पूरी तरह उजागर हो गया है।
स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी निर्णय का स्वागत करते हुए कहा है कि यदि न्यायपालिका न होती तो लोकतंत्र कमजोर हो जाता। अब पूरे क्षेत्र में सीता देवी के समर्थन में जनसंपर्क किया जा रहा है। कांग्रेस प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट ने इसे असत्य पर सत्य की जीत करार देते हुए कहा कि अब जनता भी ‘कप-प्लेट’ पर मोहर लगाकर न्याय को अंतिम रूप दे।