“रोड नहीं तो, वोट नहीं”: ग्रामीणों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी

“रोड नहीं तो, वोट नहीं”: ग्रामीणों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी
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बागेश्वर। बागेश्वर जनपद के गोमती घाटी के सीमांत गांव मजकोट के ग्रामवासियों ने सड़क के डामरीकरण की मांग को लेकर लगातार सातवें दिन ग्राम प्रधान श्री मदन मोहन गोसाई के नेतृत्व मे अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखा। ग्रामीण भारी संख्या में नारेबाजी करते हुए धरना स्थल पर पहुंचे। ग्राम वासियों की मांग है कि जल्द से जल्द मजकोट- कुंझाली- बिनातोली मोटर मार्ग में डामरीकरण किया जाए अन्यथा आंदोलन और व्यापक एवं उग्र होगा।

मजकोट, गढ़वाल व कुमाऊं मंडल को जोड़ने वाला सुदूरवर्ती गांव है, जिसकी गरुड़ तहसील मुख्यालय से दूरी मात्र 24 किलोमीटर है। अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री अजय टम्टा द्वारा मजकोट गांव को सांसद आदर्श गांव के रूप मे गोद भी लिया गया है। जिसकी आबादी करीब ढाई हजार है। किंतु बुनियादी सुविधाएं जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा व सड़क ना होने के कारण मीलों पैदल चलने, मरीजों को डोली में अस्पताल ले जाने, प्रसव कालीन महिलाओं को कंधे मे अस्पताल ले जाने, हाई स्कूल से आगे की शिक्षा प्राप्त न कर पाने के लिए मजबूर हैं यहां के ग्रामीण वासी।

ग्राम प्रधान श्री मदन मोहन गोसाई के अनुसार शासन द्वारा 15 किलोमीटर मजकोट- कुंझाली- बिनातोली मोटर मार्ग की स्वीकृति मिलने के बाद विगत 24 वर्षों से केवल 10 किलोमीटर मोटर मार्ग का कटान हुआ है। वर्ष 2020 से कार्य रुका हुआ है। कई बार प्रशासन, जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन दे चुके है, किंतु किसी ने भी अभी तक संज्ञान नहीं लिया है। जिस कारण ग्रामवासी एक सूत्री मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठने को मजबूर हुए है।

सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य एवं मजकोट निवासी श्री तिल गिरी ने कहा कि 21वीं सदी मे भी मूलभूत सुविधाओं के लिए बच्चे, नौजवानों, बुजुर्गो, एवं माताओं को सड़क मे आकर हड़ताल करने के लिए विवश होना पड़ रहा है, जो कि शर्मनाक है। अतः प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियो को क्षेत्र की समस्याओं पर अति शीघ्र संज्ञान लेना चाहिए तथा समय रहते इन समस्याओं का निराकरण भी करना चाहिए। इस आंदोलन मे क्षेत्र के युवा वर्ग, बुजुर्गों एवं माताओं का भारी मात्रा में सहयोग मिल रहा है।


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Govind Pundir

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