द्रौपदी मुर्मू बनी देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति 

द्रौपदी मुर्मू बनी देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति 
Please click to share News

नई दिल्ली। एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को काफी बड़े अंतर से पछाड़ कर देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन गयी हैं।

उनकी जीत पर बधाई देने वालों तांता शुरू हो गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और यशवंत सिन्हा ने उन्हें बधाई दी। वहीं, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुर्मू के आवास पहुंचकर उन्हें बधाई दी। मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति हो गई हैं। 

पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी का जीवन, उनके शुरुआती संघर्ष, उनकी समृद्ध सेवा और उनकी अनुकरणीय सफलता प्रत्येक भारतीय को प्रेरित करती है। वह हमारे नागरिकों, विशेष रूप से गरीबों, हाशिए पर और दलितों के लिए आशा की किरण बनकर उभरी हैं।”

वहीं विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने ट्वीट किया, “राष्ट्रपति चुनाव 2022 में विजयी होने पर मैं श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को बधाई देता हूँ। देशवासियों को उम्मीद है कि 15वें राष्ट्रपति के रूप में वो बिना किसी भय या पक्षपात के संविधान की संरक्षक के रूप में जिम्मेदारी निभाएंगी।”

NDA की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू देश की 15 वीं राष्ट्रपति होंगी। वे इस सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। गुरुवार को सुबह 11 बजे शुरू हुई काउंटिंग में नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू ने यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस (UPA) के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को तीसरे राउंड की गिनती में ही हरा दिया। चुनाव अधिकारी ने बताया कि द्रौपदी मुर्मू को 540 और यशवंत सिन्हा को 208 सांसदों का वोट मिला है। 15 वोट रद्द हो गए हैं।

आपको बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा के सभी सांसद और सभी राज्यों के विधायक वोट डालते हैं। इन सभी के वोट की वैल्यू अलग-अलग होती है। यहां तक कि अलग-अलग राज्य के विधायकों के वोट की वैल्यू भी अलग होती है। 


Please click to share News

Garhninad Desk

Related News Stories