7 अगस्त 2023 को प्रातः काल शुक्र ग्रह का वक्री होकर कर्क राशि में होगा गोचर, सभी 12 राशियों के ऊपर पड़ेगा जबरदस्त असर

7 अगस्त 2023 को प्रातः काल शुक्र ग्रह का वक्री होकर कर्क राशि में होगा गोचर, सभी 12 राशियों के ऊपर पड़ेगा जबरदस्त असर
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देहरादून । सौरमंडल के सबसे चमकीले एवं महान ग्रह शुक्र अपनी मिथुन राशि की यात्रा समाप्त करके 30 मई की रात्रि 7 बजकर 38 मिनट पर कर्क राशि में प्रवेश कर चुके थे ,इस राशि पर ये 7 जुलाई तक गोचर करते हुए सिंह राशि में प्रवेश कर गए थे। परंतु अब अचानक वक्री होकर आश्लेषा नक्षत्र से होते हुए चंद्रमा की राशि कर्क में फिर से गोचर कर रहे हैं ।

उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल विश्लेषण करते हुए बताते हैं कि
शुक्र ग्रह 4 सितंबर 2023 को कर्क राशि में ही मार्गी होंगे और 2 अक्टूबर 2023 को मघा नक्षत्र से होते हुए फिर से सिंह राशि में प्रवेश करेंगे इस प्रभावशाली ग्रह के राशि परिवर्तन का सभी राशियों पर प्रभाव निम्न प्रकार से रहेगा।

मेष राशि-

राशि से चतुर्थ सुख भावमें गोचर करते हुए शुक्रका प्रभाव बेहतरीन सफलता दिलाएगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा, दिया गया धन भी वापस मिलेगा। जमीन-जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। वाहन आदि का क्रय करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। केंद्र अथवा राज्य सरकारके विभागों में प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। नौकरी में पदोन्नति तथा नए अनुबंध की प्राप्ति के योग। वैवाहिक वार्ता भी सफल होगी।

वृषभ राशि-

राशि से तृतीय पराक्रम भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव शुभ फल कारक ही रहेगा। अपने अदम्य साहस और पराक्रम के बल पर विषम परिस्थितियों पर भी आसानी से नियंत्रण पा लेंगे। धर्म और अध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। जो लोग आपको नीचा दिखाने की कोशिश में लगे थे वही मदद के लिए आगे आएंगे। योजनाओं को गोपनीय रखें तो अधिक सफल रहेंगे।

मिथुन राशि-

राशि से द्वितीय धन भाव में गोचर करते हुए शुक्र कई तरह के अप्रत्याशित सुखद परिणामों का सामना करवाएंगे। ट्रेडिंग के कार्यों में विशेष सफलता के योग बनेंगे। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद। स्वास्थ्य विशेष करके बाई आंख से संबंधित समस्या से सावधान रहें। झगड़े विवाद तथा कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी बाहर ही सुलझाएं प्रतियोगितामें बैठने वाले छात्रों के लिए तो समय भी समय बेहतरीन रहेगा।

कर्क राशि-

आपकी राशि में गोचर करते हुए शुक्र अच्छा और सुखद प्रभाव दिखाएंगे। लगभग सभी क्षेत्रों में सफलता के नए द्वार खुलेंगे। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में किसी भी तरह के टेंडर आदि के लिए आवेदन करना हो तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी। शादी विवाह से संबंधित वार्ता सफल रहेगी। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग हैं।

सिंह राशि-

राशि से बारहवें व्यय भाव में गोचर करते हुए शुक्र विलासिता पूर्ण वस्तुओं तथा घूमने-फिरने पर अत्यधिक व्यय करवाएंगे। स्वास्थ्य विशेष करके बाई आंख से संबंधित समस्या से सावधान रहना पड़ेगा। गुप्त शत्रुओं से बचें। कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी बाहर ही सुलझा लेना समझदारी रहेगी। जमीन जायदाद से जुड़े मामले हल होंगे। मकान अथवा वाहन का क्रय करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा।

कन्या राशि-

राशि से एकादश लाभ स्थान में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव अच्छा ही रहेगा। विद्यार्थियों और प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए तो यह अवसर किसी वरदान से कम नहीं है। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। यहां तक कि प्रेम विवाह भी करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। कार्यक्षेत्र का विस्तार होगा। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा बड़े भाइयों से भी सहयोग के योग हैं।

तुला राशि-

राशि से दशम कर्म भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव कार्यक्षेत्र का विस्तार तो करेगा ही कोई भी बड़ा कार्य आरंभ करना हो अथवा नये अनुबंध पर हस्ताक्षर करना हो तो उस दृष्टि से भी ग्रहफल अनुकूल रहेगा। पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद हल होंगे। जमीन जायदाद से लाभ मिलेगा। वाहन क्रय करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा। सरकारी सर्विस के लिए आवेदन करना हो तो भी ग्रह स्थितियां अनुकूल रहेंगी।विदेश यात्रा के योग।

वृश्चिक राशि-

राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव भाग्य वृद्धि तो करेगा ही करेगा धर्म और अध्यात्म के प्रति रुझान और बढ़ेगा। धार्मिक ट्रस्टों तथा अनाथालय आदि में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान-पुण्य भी करेंगे। आपके द्वारा लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होगी। कोर्ट कचहरी के मामलों में निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत। विवाह संबंधी वार्ता सफल रहेगी। विवाहोपरांत भाग्योन्नति के भी योग।

धनु राशि-

राशि से अष्टम आयु भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता, कहीं ना कहीं आपके स्वभाव में उग्रता आ सकती है दांपत्य जीवन में कड़वाहट न आने दें। वैवाहिक वार्ता में थोड़ा और समय लगेगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद है। स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। विवादित मामले बाहर ही सुलझा लेना समझदारी रहेगी। योजनाएं गोपनीय रखें।

मकर राशि

राशि से सप्तम दांपत्य भाव में गोचर करते हुए शुक्र बेहतरीन सफलता दिलाएंगे। जो भी कार्य करेंगे उसी में सफलता मिलेगी। शासन सत्ता का पूर्ण सहयोग मिलेगा। वैवाहिक वार्ता भी सफल रहेगी। दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी। ससुराल पक्ष से भी सहयोग के योग। प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए तो स्थितियां और अनुकूल रहेंगी। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। विवाह करना हो तो अवसर अनुकूल रहेगा।

कुंभ राशि

राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव कई तरह के अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव का सामना करवाएगा। कई बार ऐसी घटनाएं होंगी जिनके बारे में आपने सोचा भी नहीं था। गुप्त शत्रु बढ़ेंगे। यात्रा सावधानीपूर्वक वाहन दुर्घटना से बचें। यात्रा के समय सामान चोरी होने से बचाएं। ननिहाल पक्ष से रिश्ते मजबूत होंगे। दूसरे देश के लिए वीजा आदि का आवेदन करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी स्थितियां अनुकूल रहेंगी।

मीन राशि

राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए शुक्र हर तरह से लाभ ही लाभ देंगे विशेषकर के विद्यार्थियों के लिए तो यह समय बेहतरीन रहेगा। नौकरी में भी पदोन्नति तथा सम्मान वृद्धि होगी। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों अथवा बड़े भाइयों से भी सहयोग मिलेगा। कोई भी बड़े से बड़ा कार्य आरंभ करना हो अथवा नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना हो तो अवसर बेहतरीन रहेगा।

शिक्षा विभाग में प्रथम गवर्नर अवार्ड सहित ज्योतिष के क्षेत्र में अनेकों राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल कहते हैं, कि ग्रह गोचर का प्रभाव सभी पर पड़ता है, परंतु जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति के अनुसार उनका प्रभाव होता है, इसलिए गोचर के प्रभाव के सटीक विश्लेषण के लिए कुंडली का विश्लेषण अवश्य कराना चाहिए।


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Garhninad Desk

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