टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने 35वीं वार्षिक आम बैठक में भविष्य के लिए महत्वाकांक्षी रोडमैप का अनावरण किया

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ऋषिकेश 26 सितम्बर । टीएचडीसीआईएल ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए अपनी वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जो असाधारण सफलता और परिवर्तनकारी प्रगति का वर्ष है। इस वर्ष टीएचडीसीआईएल के प्रचालित संयंत्रों ने विभिन्न आयामों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं।

टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री आर. के. विश्नोई ने कंपनी के अंशधारकों को सम्बोधित करते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि वितीय वर्ष 2022-23 के दौरान, हमने 4,935.48 मिलियन यूनिट (मि.यू.) का संचयी ऊर्जा उत्पादन हासिल किया, जो पिछले नौ वित्तीय वर्षों में उत्पादन का उच्चतम स्तर है। टिहरी जल विद्युत संयंत्र (1000 मेगावाट) ने एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की, जिसने 17 वर्षों के निरंतर प्रचालन के बाद भी 2 अगस्त, 2023 को 25.80 मि.यू. का रिकॉर्ड दैनिक उत्पादन हासिल किया, जो हमारे संयंत्र के उच्च रखरखाव और प्रचालन रणनीतियों का एक प्रमाण है।

उत्कृष्टता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता हमारी वित्तीय उपलब्धियों से और भी प्रमाणित होती है। हमने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए अपने पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) लक्ष्य को प्रभावशाली ढंग से 43.9% से अधिक कर लिया है। पूंजीगत व्यय 4,615.02 करोड़ रुपये के साथ, 3,207.54 करोड़ रुपये के लक्ष्य से काफी अधिक है। इसके अलावा, टिहरी एचपीपी और कोटेश्वर एचईपी ने क्रमशः 84.09% और 68.62% के संयंत्र उपलब्धता कारक (पीएएफ) हासिल किए, जो 80% और 68% के मानक आंकड़ों को पार कर गए।

हम अपनी निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति को लेकर काफी उत्साहित हैं। टिहरी पीएसपी (4×250 मेगावाट) की पहली इकाई को 30.03.2023 को सफलतापूर्वक बॉक्स अप किया गया। इसके अतिरिक्त, हम उत्तराखंड के टिहरी में 1,000 मेगावाट क्षमता वाले केंद्रीय क्षेत्र के पहले पंप स्टोरेज संयंत्र को कमीशन करने के अंतिम चरण में हैं। टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट (4×250 मेगावाट) की पहली दो यूनिट का वित्त वर्ष 2023-24 में कमीशन होना, शेष दो यूनिट का जून 2024 तक कमीशन होना प्रत्याशित है।

टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड को अपनी चल रही परियोजनाओं में महत्वपूर्ण प्रगति की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्लांट (एसटीपीपी) में, नवंबर 2023 में बॉयलर को शुरू करने की योजना के साथ पहली इकाई का सफल बॉयलर हाइड्रो परीक्षण 15 मार्च, 2023 को पूर्ण हुआ। टीएचडीसीआईएल ने गंगा नहर से खुर्जा एसटीपीपी तक जल की आपूर्ति के लिए तैयारी सुनिश्चित कर ली है तथा विद्युत की प्रभावी निकासी के लिए प्रचालनात्मक ट्रांसमिशन लाइने और सब-स्टेशन मौजूद हैं। इस बीच, अमेलिया कोयला खदान से कोयले की निकासी निर्धारित समय से छह महीने पहले 18 फरवरी 2023 को शुरू हो गई है तथा हमने एनटीपीसी को लगभग 1.25 लाख टन कोयला उपलब्ध करवाया है। इसके अतिरिक्त, विष्णुगाड पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना (वीपीएचईपी) में टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) का उपयोग करके उत्खनन कार्य फिर से शुरू हो गया है, लगभग 125 मीटर सुरंग की खुदाई पूरी हो गई है। टीबीएम द्वारा एचआरटी का निर्माण कार्य 31 अक्टूबर, 2023 को प्रारंभ होना है। इन उपलब्धियों से भारत की ऊर्जा सुरक्षा में योगदान देने वाली परियोजना दक्षता और सतत ऊर्जा समाधानों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता स्पष्ट रूप से परिलक्षित होती है।

हमारा वित्तीय निष्पादन सुदृढ़ हुआ है, वर्ष 2022-23 के दौरान 670.57 करोड़ रु. के शुद्ध लाभ के साथ 1,974.30 करोड़ रुपये की सकल बिक्री, हमारी वित्तीय स्थिरता और विकास की गति को दर्शाती है।

टीएचडीसीआईएल द्वारा वर्ष 2022-23 के दौरान भी अन्य राज्य सरकारों के साथ महत्वपूर्ण समझौते किए गए है। टीएचडीसीआईएल ने राजस्थान में 10,000 मेगावाट के अल्ट्रा मेगा रिन्यूएबल एनर्जी पावर पार्क विकसित करने के लिए राजस्थान रिन्यूएबल एनर्जी कारपोरेशन लिमिटेड (आरआरईसीएल) के साथ मिलकर एक संयुक्त उद्यम (जेवी) कंपनी, ट्रेड को राजस्थान लिमिटेड का गठन किया गया है। साथ ही केरल और उत्तराखंड में जल विद्युत परियोजनाओं के लिए समझौता ज्ञापनों पर भी हस्ताक्षर किए गए हैं। कारपोरेट सुशासन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटूट है, इसका पता इस बात से चलता है कि ‘कॉरपोरेट सुशासन पर डीपीई दिशा निर्देशों के अनुपालन के लिए हमें लगातार उत्कृष्ट रेटिंग प्राप्त हो रही है।

टीएचडीसीआईएल पर निवेशकों का भरोसा सुदृढ़ बना हुआ है। हमने 7.76% प्रति वर्ष के कूपन रेट के साथ, असुरक्षित कॉर्पोरेट बांड श्रृंखला-VII। जारी करके 763 करोड़ रु सफलतापूर्वक प्राप्त किए हैं। इस इश्यू को बेस इश्यू साइज से नौ गुना अधिक सब्सक्रिप्शन प्राप्त हुआ, जो कंपनी में निवेशकों के भरोसे का स्पष्ट संकेत है।

हम कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के महत्व को पहचानते हैं और महत्वपूर्ण पहलों के लिए अतिरिक्त फंडिंग के लिए सरकारी विभागों और एजेंसियों के साथ रणनीतिक रूप से सहयोग और समन्वय करते हैं।

अपनी भावी अभिदृष्टि के साथ, टीएचडीसीआईएल की 2026 तक अपनी संस्थापित क्षमता को 4,351 मेगावाट तक बढ़ाने की महत्वाकांक्षी योजना है। इसमें टिहरी पीएसपी, वीपी एचईपी और खुर्जा एसटीपीपी जैसी परियोजनाओं की कमीशनिंग शरमेल है। हम 2070 तक भारत सरकार के नेट जीरो ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन लक्ष्य में सहयोग के रूप में नवीन प्रौद्योगिकियों की खोज के लिए पावर ट्रेडिंग लाइसेंस के हासिल करने के साथ, टीएचडीसीआईएल भारत में पावर ट्रेडिंग में कदम बढ़ा रहा है।

हमारा कॉरपोरेट लोकाचार पर्यावरण, सामाजिक और सुशासन प्रथाओं को प्राथमिकता देता है, उद्देश्यपूर्ण सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील और सशक्त समाज के निर्माण में योगदान देता है।

अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने टीएचडीसीआईएल को विद्युत क्षेत्र में एक अग्रणी शक्ति बनाने में अमूल्य सहयोग के लिए अपने सभी हितधारकों, व्यापार सहयोगियों, सरकारी एजेंसियों और टीएचडीसीआईएल की समर्पित टीम के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।


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Garhninad Desk

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